दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने पुलिसकर्मियों के कल्याण के मद्देनज़र एक नई शुरुआत के तहत अपने पहले ओपन हाउस का आयोजन किया. जय सिंह रोड स्थित दिल्ली पुलिस मुख्यालय में अपने दफ्तर में कमिश्नर अस्थाना ने इस दौरान सिपाही से लेकर सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी – ACP) रैंक तक के 40 अधिकारियों से बातचीत की, उनकी तकलीफें और ज़रूरतें सुनीं और समाधान के लिए ज़रूरी हिदायतें जारी कीं.
हरेक शुक्रवार को इस तरह के ओपन हाउस का आयोजन करने की बात राकेश अस्थाना ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर (Delhi Police Commissioner) बनने के बाद अधिकारियों के साथ पहली बातचीत में ही की थी ताकि पुलिसकर्मियों की समस्याओं का समाधान किया जा सके.
दिल्ली पुलिस की प्रेस विज्ञप्ति में शुक्रवार के पहले ओपन हाउस के ब्यौरे में बताया गया है कि इस दौरान पुलिस कमिश्नर ने हरेक पुलिसकर्मी से मुलाक़ात की. ओपन हाउस में आये ज्यादातर पुलिसकर्मियों के मुद्दे तबादला, तरक्की, चिकित्सा, वेतनवृद्धि और सरकारी आवास वगैरह थे. माना जा रहा है कि इस तरह के ओपन हाउस से पुलिसकर्मियों के फीडबैक के साथ समस्याओं के निराकरण की एक व्यवस्था भी बनेगी.
ओपन हाउस में आये कुछ पुलिसकर्मियों के लिए तो ये बेहद भावुक पल थे क्योंकि इनमें से तो कई ऐसे पुलिसकर्मी थे जो पुलिस की कई साल की नौकरी के दौरान पुलिस कमिश्नर से इस तरह पहली बार मिले. इससे पहले किसी पुलिस आयुक्त के सामने टेबल के उस पार बैठकर उन्होंने आमने सामने बात नहीं की थी. ओपन हाउस में, पुलिस कमिश्नर सचिवालय में प्रमुख बनाए गए अतिरिक्त आयुक्त (एडीशनल पुलिस कमिश्नर) रोमिल बानिया, सामान्य प्रशासन अनुभाग के अतिरिक्त आयुक्त दीपक पुरोहित और स्थापना अनुभाग के उपायुक्त (डीसीपी – DCP) एम आई हैदर मौजूद थे.