मध्य प्रदेश की एक सब इन्स्पेक्टर सोनम पाराशर का वीडियो सोशल मीडिया में ख़ासा वायरल हो रहा है. यातायात पुलिस में तैनात सोनम सड़क किनारे एक ऐसा काम करते दिखाई दे रहीं हैं जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है. दरअसल इस काम को करके सोनम पराशर ने एक इंसान की जान बचाकर इंसानियत वाला और दूसरों को प्रेरित करने वाला काम तो किया ही, पूरे खाकी समाज को फख्र करने लायक एक खूबसूरत वजह भी दी. जिस शख्स की सोनम ने जान बचाई वो 62 साल के एक रिटायर्ड कर्मचारी अनिल उपाध्याय हैं.
सब इंस्पेक्टर सोनम पराशर मध्य प्रदेश के ग्वालियर ज़िले में ट्रैफिक पुलिस में तैनात है. सोमवार को सोनम पाराशर ग्वालियर के गोला मंदिर चौराहे के पास थीं. वक्त रहा होगा सुबह तकरीबन 11 बजे का. वहां से पैदल गुज़र रहे अनिल उपाध्याय अचानक गिर गए और बेहोश हो गए. आसपास भीड़ जमा हो गई. तभी किसी ने सोनम को सूचना दी जो पास ही में थीं. सोनम को सड़क पर किनारे पड़े अनिल उपाध्याय की हालत देख अंदाजा हो गया कि उनको दिल का दौरा पड़ा होगा. लिहाज़ा सोनम ने बिना समय गंवाए उनको सीपीआर (cardiopulmonary resuscitation) देना शुरू किया और साथ ही अस्पताल ले जाने के लिए पुलिस वाहन की व्यवस्था कराने का आदेश भी दे दिया.
सीपीआर देने के कारण अनिल उपाध्याय के हृदय की धडकन लौट आई. उन्हें फ़ौरन अस्पताल ले जाया गया. उनकी जान बच गई. अब anil उपाध्याय की हालत बेहतर है. यदि सीपीआर देने और अस्पताल ले जाने में थोड़ी भी देर होती तो कुछ भी अनहोनी हो सकती थी. अनिल उपाध्याय रिटायर्ड एकाउंटेंट हैं. उनका बेटा अमित उपाध्याय डॉक्टर है और गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में काम करता है. इत्तेफाकन उस वक्त डॉ अमित उपाध्याय घर पर ही थे. डॉक्टर अमित ने कहा कि उनके पिता जी को सोनम पाराशर ने ही नई जिंदगी दी है. जिस समय उनको माइनर अटैक आया था, वह कीमती वक्त होता है. उस समय सोनम ने वो किया जो कोई डॉक्टर करता है. उनके इस काबिल ए तारीफ काम को कभी नहीं भुलाया जा सकता.
इस घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस के अधिकारियों तक भी पहुंचा. ग्वालियर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अमित सांघी ने यातायात पुलिस में तैनात सोनम पराशर के काम को सराहनीय बताते हुए उनको सम्मानित करने की घोषणा की है.