वैश्विक महामारी बने नोवेल कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव में कर्फ्यू /लॉक डाउन का पालन कराने, सोशल डिस्टेंसिंग के नियम तक लागू कराने और यहाँ तक की ज़रूरतमंदों तक खाना और दवा तक पहुंचाने में पुलिस व सुरक्षा बलों के काम के बहुत किस्से आपने देखे सुने होंगे लेकिन ये खबर इसी सिलसिले से जुड़े दिल्ली पुलिस के उन सिपाहियों की है जो अनूठा काम कर रहे हैं. रविंदर धारीवाल और अमित फोगाट नाम के ये दोनों सिपाही कोविड 19 संक्रमण के उन शिकार हुए मरीजों की मदद कर रहे हैं जो नाज़ुक हालत में हैं और अस्पताल में भर्ती हैं.
दिल्ली पुलिस की छठी बटालियन में तैनात रविंदर 2012 बैच का भर्ती है. बाहरी दिल्ली ज़िले में तैनात अमित फोगाट उससे दो साल सीनियर बैच से है. ये कोरोना वायरस के फैलाव के इस दौर में लोगों की जान बचाने के अभियान में जुटे हैं और इस काम में इन्हें इनके एक और साथी कृष्ण फोगाट की भी मदद मिल रही है. ये सिपाही ज़रूरतमंद मरीजों के लिए प्लाज्मा और प्लेटलेट्स का इंतजाम कराते हैं. इसके लिए ये, संक्रमण से ठीक होकर सेहतमंद लोगों से सम्पर्क में रहते हैं. उनके ब्लड ग्रुप के हिसाब से मैच करने वाले मरीजों के लिए उन्हें ब्लड/प्लाज्मा आदि दान करने के लिए तैयार करते हैं और समन्वय का काम करते हैं.
हाल के दिनों में कोविड 19 संक्रमण के दौर में तो ये काम कर ही रहे हैं लेकिन इस परोपकारी अभियान में ये दो साल से जुटे हैं. ये सिपाही 2018 से लेकर अब तक कइयों की जान बचाने में अहम भूमिका निभा चुके हैं. खुद सिपाही अमित ने 64 बार प्लेटलेट्स दान किये हैं जबकि रविंदर 48 दफा ऐसा कर चुके हैं. कोविड 19 के इस दौर में 19 मार्च से अब तक ये 280 प्लेटलेट्स दान और 20 प्लाज़्मा दान करवा चुके हैं. इनमें से ज़्यादातर दानदाता आम नागरिक या दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के परिवारों के सदस्य हैं.