भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रवि सिन्हा को सामंत कुमार गोयल के स्थान पर ख़ुफ़िया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग ( research & analysis wing ) का प्रमुख बनाया गया है . रवि सिन्हा 1988 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. श्री सिन्हा संभवत 1 जुलाई को रॉ के सचिव का कार्यभार संभालेंगे. रॉ के वर्तमान चीफ सामंत कुमार गोयल इस पद पर अपना दो साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद 30 जून 2023 को रिटायर होंगे . श्री गोयल 1984 बैच के पंजाब कैडर की आईपीएस हैं . सरकार उनकी दो बार सेवा वृद्धि कर चुकी है .
कैबिनेट की नियुक्ति मामलों की कमेटी ने कैबिनेट सचिवालय में विशेष सचिव रवि सिन्हा को रॉ सचिव बनाए जाने को मंजूरी दे दी है . कैबिनेट सचिवालय की तरफ से इस बाबत आज ही आदेश जारी किये गए हैं . इनमें कहा गया है कि कोई अन्य आदेश न आने तक श्री सिन्हा की यह नियुक्ति दो साल की होगी जो कार्यभार लेने वाली तारीख से लागू मानी जाएगी .
रॉ का मुख्य काम विदेशों से खुफिया जानकारी जुटाना, आतंकवाद संबंधित सूचनाएं जुटाना ताकि उनको देशहित में इस्तेमाल किया जा सके. रॉ विदशों से जुडी कई ऐसी जानकारियां भी सरकार को मुहैया कराती है जिससे विभिन्न देशों से अपने रिश्तों को देख देशहित में इस्तेमाल किया जा सके . इससे अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति में बनाने में भी मदद मिलती है . ये सूचनाएं विभिन्न नीति निर्धारकों को उन नीतियां को बनाने में भी सहायता देती हैं जिनका ताल्लुक अन्य देशों से होता है . रॉ की स्थापना 1968 में की गई थी . इसका मुख्यालय राजधानी दिल्ली में है . रॉ का प्रमुख बनना किसी भी अधिकारी के लिए बेहद प्रतिष्ठा की बात होती है. इसके प्रमुख की नियुक्ति कैबिनेट सचिवालय में सचिव ( रिसर्च ) के पद पर होती है जो सीधा कैबिनेट सचिव और प्रधानमंत्री के अधीन होता है .
रॉ ( raw )यानि अनुसंधान और विश्लेषण विंग के सबसे पहले प्रमुख रामेश्वर नाथ काओ थे जिनका कार्यकाल 9 साल का था. 1975 में सिक्किम राज्य के भारत में विलय कराने में उनकी अहम भूमिका रही . रॉ से पहले विदेशों की ख़ुफ़िया जानकारियां जुटाने और उनके विश्लेषण करने का काम इंटेलिजेंस ब्यूरो ( inteligence bureau ) यानि आईबी के पास होता था .