रायपुर/जगदलपुर. बीजापुर-भोपालपट्टनम मार्ग में कोडेपाल के पास नक्सलियों ने सोमवार को बारूदी सुरंग में विस्फोट कर जवानों से भरी बस को निशाना बनाया. इस घटना में डीआरजी के 2 जवान शहीद हो गए और 5 गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद हेलीकॉप्टर से रायपुर ले जाया गया.
बस्तर के आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि विस्फोट इतना जबरदस्त था कि मुख्य सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और सड़क पर 10 फीट गहरा गड्ढा बन गया है. जवाबी कार्रवाई में पुलिस बल ने फौरन मोर्चा संभालते हुए गोलियां चलाईं. लगभग एक घंटे की मुठभेड़ के बाद नक्सली पहाड़ियों की आड़ लेकर घने जंगल में भाग गए.
आईजी ने दो जवानों की शहादत और 5 के घायल होने की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि समूचे इलाके में सर्चिंग तेज कर दी गई है. जवान भोजराज मौर्या और मनीष वाचम शहीद हो गए, जबकि सुखनाथ कुमार, मसराम कड़ियां, पीकू अलम और सुखराम मांडवी घायल हैं.
नक्सली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे का विरोध कर रहे हैं. मोदी 14 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के जांगला में आयुष्मान भारत योजना देश को समर्पित करेंगे, साथ ही कई अन्य योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे.
नक्सलियों ने बीजापुर-भोपालपट्टनम मार्ग पर महादेव घाट के पास बड़ी संख्या में पोस्टर और बैनर और पर्चे फेंके हैं. पर्चे में नक्सलियों ने प्रधानमंत्री मोदी पर बस्तर के विकास के नाम पर यहां की अमूल्य खनिज संपदा कॉरपोरेट घरानों को सौंपने का आरोप लगाया है.
नक्सलियों ने रविवार को एक प्रेस नोट जारी कर 5 घटनाओं का जिक्र करते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगदीश कोड्रा और तुमनार सड़क निर्माण कार्य के ठेकेदार विशाल सरवैया की हत्या की जिम्मेदारी ली थी.
नक्सलियों ने किस्टाराम में माइंस प्रोटेक्टेड व्हीकल में विस्फोट कर 9 जवानों की हत्या की जिम्मेदारी भी ली है. पोस्टर, बैनर और पर्चे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की पश्चिम डिवीजन कमेटी की ओर से फेंके गए हैं. इससे इलाके के लोगों में दहशत है.