फिरोजपुर जोन के नये IG मुखविंदर सिंह छीना के लिए पटवारी केस से जुड़ा विवाद चुनौती

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IG Mukhwinder Singh Chhina
ਫਿਰੋਜ਼ਪੁਰ ਜ਼ੋਨ ਦੇ ਨਵੇਂ ਆਈਜੀ ਮੁਖਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਛੀਨਾ ਪੰਜਾਬ ਪੁਲਿਸ ਦੇ ਡੀਜੀਪੀ ਸੁਰੇਸ਼ ਅਰੋੜਾ ਦੇ ਨਾਲ

पंजाब पुलिस की फिरोजपुर जोन के नये महानिरीक्षक मुखविंदर सिंह छीना के लिए अब पटवारी केस नई चुनौती है. उम्मीद की जा रही है कि वह इस मसले को भी अपनी सूझबूझ से वैसे ही सुलझा पायेंगे जैसा कि उन्होंने बठिंडा जोन में रहते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) और भाई रूपचंद लंगर कमेटी के बीच 161 एकड़ ज़मीन के हिंसक विवाद को सुलझा लिया था. उन्हें अपने ही बैचमेट (1997 IPS) गुरिंदर सिंह ढिल्लों की जगह इस सीमावर्ती ज़ोन की जिम्मेदारी दी गई है.

दूसरी तरफ, आईपीएस गुरिंदर सिंह ढिल्लों को मानवाधिकार मामलों का पुलिस महानिरीक्षक (IG, Human Rights) बनाया गया है जहाँ अभी तक मुखविंदर सिंह छीना की तैनाती थी. ढिल्लों को 9 अप्रैल 2018 को ही फिरोज़पुर जोन के IG की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी.

पंजाब पुलिस के आईपीएस मुखविंदर सिंह छीना भारतीय पुलिस सेवा के 1997 बैच के अधिकारी हैं. पंजाब में पुलिस के कई अहम ओहदों पर तैनात रहे IPS छीना के पास कुछ महीने पहले तक बठिंडा जोन की ज़िम्मेदारी थी. 20 अप्रैल 2018 को उन्हें वहां से हटाकर मानवाधिकार मामलों का आईजी बनाया गया था. लेकिन इससे कुछ महीने पहले ही उन्होंने मई 2014 से लम्बित वो मसला निपटाया था जिसे लेकर SGPC के कार्यकर्ताओं और भाई रूपचंद लंगर कमेटी के कार्यकर्ताओं के बीच तनाव रहता था. बठिंडा की रामपुर तहसील के भाई रूपा गाँव की ये 161 एकड़ ज़मीन थी जिसके मालिकाना हक़ और इस्तेमाल को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हिंसक रूप भी धारण कर चुका था.

कानून व्यवस्था के हिसाब से सिरदर्द बने रहे उस मसले को सुलझाने में IPS मुखविंदर सिंह छीना की भूमिका की सराहना हुई थी. अब फिरोजपुर में उन्हें ‘पटवारी केस’ के नाम से सुर्ख़ियों में रहने वाले इस केस का सामना करना है जिसकी विवेचना के लिए गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था और इसकी जांच से खड़े हुए नये विवाद की आंच की चपेट में खुद ही आ गये.

आईपीएस गुरिंदर सिंह ढिल्लों का तबादला तभी किया गया जब पटवारी केस में अभियुक्त बनाये गये पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के पूर्व एसएसपी शिवकुमार शर्मा ने सीबीआई को शिकायत करके लुधियाना में अशोक कुमार गोयल नाम के शख्स को रिश्वत के 10 लाख रुपये लेते रंगे हाथ पकड़वाया. शर्मा ने CBI को दी शिकायत में कहा था कि SIT की जांच में उनके खिलाफ़ मामले को हल्का करने के लिए रकम माँगी जा रही है. CBI का कहना था कि अशोक गोयल ने IG ढिल्लों के नाम पर ली थी. इसके बाद सीबीआई ने ढिल्लों के घर व दफ्तर पर छापा मारा था और साथ ही उनसे पूछताछ भी की थी.