बिहार में पशु तस्करों की पुलिस पर फायरिंग, एसएचओ नंद किशोर यादव की जान गई

254
एसएचओ नंद किशोर यादव

बिहार के समस्तीपुर में पशु तस्करों की धरपकड के लिए मारे गए छापे की कार्रवाई में पुलिस दल का नेतृत्व कर रहे एक अधिकारी नन्द किशोर यादव को फर्ज़ की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पडी . 47 वर्षीय नंद किशोर यादव यहां के दलसिंह सराय थाने के तहत  मोहनपुर पुलिस चौकी के प्रभारी थे. तस्करों ने उनको गोली मारी थी जो उनके माथे के पास लगी . घायल अवस्था में एसएचओ नंद किशोर ( sho nand kishore yadav ) को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी जान न बच सकी. उपचार के दौरान नंद  किशोर यादव ने प्राण त्याग दिए .

नंद किशोर यादव अररिया ज़िले के रहने वाले थे और 2009 में बिहार पुलिस में भर्ती हुए थे. समस्तीपुर में स्थानांतरित किये जाने से पहले नंद किशोर यादव बिहार के किशनगंज और पूर्णिया जिलों में तैनात रहे थे . उनके बड़े भाई नारायण यादव ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर सवाल उठाए हैं . उन्होंने इलज़ाम लगाया है कि इस मामले की छानबीन करने के लिए उनके भाई पर दबाव डाला गया था . नारायण यादव ने पूरे मामले की सही तरीके से जांच कराए जाने की मांग की है .

असल में यहां पुलिस ने पशु तस्करी  (cattle smuggling)  करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था. उनसे ,  वाहनों की तस्करी में इस्तेमाल होने वाले दो वाहन भी जब्त किये गए थे. गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ के बाद छानबीन करने तथा अन्य तस्करों की धरपकड के लिए पुलिस ने सोमवार को  शाहबाज़ पुर में पहुँची जहां गैस गोदाम के पास से तस्करों के गुजरने की सूचना थी .जैसे ही नंद किशोर यादव अपनी गाडी से उतरे तभी तस्करों में से किसी ने फायरिंग कर दी. एक गोली नंद किशोर यादव की आँख के पास लगी . उन्हें पहले करीब के अस्पताल ले जाया गया जहां से उनको पटना स्थित इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज ( Indira Gandhi Institute of Medical Sciences -IGIMS) ले जाया गया लेकिन घायल नंद किशोर यादव को बचाया न जा सका .

समस्तीपुर ज़िले  ( samastipur district ) के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी का कहना है कि पोस्टमॉर्टम के बाद  नंद किशोर यादव का पार्थिव शरीर परिवार को सौंपे जाने से पहले गार्ड ऑफ़ ऑनर देने के लिए पुलिस लाइन्स ले जाया जाएगा.

एसपी श्री तिवारी का कहना है कि मोहनपुर में पशु तस्करों की गतिविधियों चल रहीं थीं जिसे लेकर नंद किशोर यादव को सतर्क किया गया था. उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जिसमें जांच में जुटे अधिकारी को गोली लगी .