ASP राजेश साहनी की संदिग्ध हालात में मौत; CM योगी ने बदला DGP का आदेश, अब CBI जांच

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राजेश साहनी
शांत इंसान थे अपर पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी. Photo/Facebook

राज्य सरकार ने यूपी एटीएस के एएसपी राजेश साहनी की रहस्यमय हालात में सर्विस रिवाल्वर से हुई मौत की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश की है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर सिफारिश का पत्र बुधवार देर रात केंद्र सरकार को भेज दिया गया. मुख्यमंत्री ने कल शाम प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार और पुलिस महानिदेशक (DGP) ओमप्रकाश सिंह को बुलाकर पूरे मामले की जानकारी ली. DGP ने बताया कि “खुदकुशी” का कारण अब तक साफ नहीं हो सका है. इस बीच एक और घटनाक्रम के तहत एटीएस के इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने इस घटना से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया है.

हालांकि राजेश की मौत पर प्रथमदृष्ट्या वरिष्ठ अधिकारियों ने यही कहा था कि यह खुदकुशी है लेकिन तमाम परिस्थितियों के मद्देनजर सवाल उठने लगे. जांच और प्राथमिकी को लेकर संशय बना रहा. घटना वाले दिन देर शाम डीजीपी ने लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्ण को जांच करने के लिये कहा था. लेकिन चंद घंटे बाद ही मुख्यमंत्री योगी ने आला अफसरों को बुलाकर जांच सीबीआई के हवाले करने का आदेश सुना दिया. बताया तो यह भी जाता है कि डीजीपी और एटीएस के आईजी सीबीआई जांच नहीं चाहते थे.

राजेश साहनी ने मंगलवार को दोपहर में गोमतीनगर स्थित एटीएस हेडक्वार्टर में खुद को गोली मार ली थी. वह उस दिन छुट्टी पर थे. वह क्यों आये थे यह अब तक रहस्य है और गोली चली लेकिन आवाज किसी ने नहीं सुनी. ऐसा कैसे और क्यों? किसी अफसर ने इन बुनियादी सवालों का जवाब नहीं दिया है. यह सामान्य घटना नहीं है. एक पीपीएस अफसर की मौत का मामला है. सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि उन्होंने इतना बड़ा कदम क्या किसी वरिष्ठ की प्रताड़ना के कारण लिया. राजेश बेहद शांत स्वभाव वाले व्यक्ति थे. वह एटीएस में 2014 से थे. अगले साल उनका आईपीएस में प्रमोशन होने वाला था.

सवाल किया जा रहा है कि यह घटना क्या काम के अतिरिक्त दबाव का परिणाम है? आखिर जब वह स्वीकृत छुट्टी पर थे तो क्यों आये, किसने बुलाया था? पीपीएस एसोसिएशन ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की थी.

1992 बैच के राजेश साहनी का अंतिम संस्कार बुधवार को भैंसाकुंड घाट पर किया गया था. उनकी अर्थी को पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह व अन्य आला अफसरों ने कंधा दिया. उनकी इकलौती बेटी श्रेया ने उन्हें मुखाग्नि दी थी. यह दृश्य देखकर सभी की आंखें भीग गईं. बिहार से राजेश का परिवार भी आ गया था. राजेश के पिता प्रेम सागर साहनी भी फूट-फूट कर रोने लगे.

राजेश साहनी
1992 बैच के पीपीएस अफसर राजेश साहनी की अंतिम यात्रा.
अपर पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी
श्रेया अपने पिता अपर पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी को अंतिम विदाई देते हुए. श्रेया ने ही पिता को मुखाग्नि दी.
पीपीएस अफसर राजेश साहनी
पीपीएस अफसर राजेश साहनी को मुखाग्नि देने के बाद बिलखती बेटी श्रेया और पत्नी. Photo/The Indian Express

अब यूपी के तेज-तर्रार, बेहद संवेदनशील एटीएस अफसर राजेश साहनी ने खुद को गोली मारी