माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने के बाद अलास्का के माउंट देनाली के शिखर को फतेह करने वाली आईपीएस अधिकारी अपर्णा कुमार ने एक और रिकार्ड भी कायम किया है. वो ऐसा करने वाली पहली अधिकारी भी बन गई हैं. भारतीय पुलिस सेवा के 2002 बैच की अधिकारी अपर्णा कुमार का मूल कैडर तो उत्तर प्रदेश है लेकिन इन दिनों भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में तैनात हैं. 20,310 फीट की ऊंचाई वाली अलास्का के इस खतरनाक पर्वत को जीतने वाली अपर्णा पहली सिविल अधिकारी हैं. देलाली विजय करके आईपीएस अधिकारी अपर्णा कुमार ने दुनिया के सात महाद्वीपों की लोकप्रिय चोटियाँ जीतने की चुनौती भी पूरी की है.
देनाली (Mt Denali) की अंतिम चढ़ाई अपर्णा कुमार ने 15 जून को शुरू की थी और 20 दिन में पहुँचने का लक्ष्य रखा था लेकिन मौसम के हालात ने साथ दिया और अपर्णा ने बीस दिन का सफर 10 दिन में ही तय कर डाला. अंदाज़ा था कि वो 10 जुलाई तक शिखर पर पहुँच पाएंगी.
भारतीय पुलिस सेवा एसोसिएशन ने उन्हें इस कामयाबी के लिए बधाई दी है. कइयों के लिए प्रेरणास्त्रोत आईपीएस अफसर अपर्णा कुमार इस चुनौती को पूरा करने के लिए उन खतरनाक हालात से भी गुजरीं जब उन्हें निमोनिया भी हो गया था हालाँकि वो इससे बहुत जल्दी उबर आई थीं.
इससे पहले वह तब सुर्ख़ियों का हिस्सा बनी थीं जब 13 जनवरी 2019 को वह दक्षिण ध्रुव (South Pole) पहुंचने वाली पहली महिला आईपीएस और भारत तिब्बत बार्डर पुलिस (ITBP) की भी पहली अधिकारी बनीं. बहुत से अधिकारियों का कहना है कि अपर्णा कुमार बिलकुल हटकर हैं. बेख़ौफ़ और इरादे की पक्की शख्सियत.
दिलचस्प बात है कि पर्वतारोहण का उनका पुराना इतिहास भी नहीं है. उत्तर प्रदेश में जब वह मुरादाबाद में पीएसी की 9 वीं बटालियन को कमान कर रही थीं तभी पर्वतारोहण को लेकर उनमें दिलचस्पी पैदा हुई. असल में एक जमाने में पीएसी की ये बटालियन, भारत तिब्बत सीमा पुलिस के वजूद में आने से पहले, चीन सीमा पर तैनात थी. उस समय पहाड़ों पर चढ़ने और ट्रेकिंग में इस्तेमाल होने वाले उपकरण और अन्य साजो सामान बटालियन के पास अब भी हैं. उन सब चीज़ों को देखकर आईपीएस अपर्णा कुमार के मन में पर्वतारोहण के प्रति रुचि पैदा हुई. बस यहीं से पहले ये शौक बना और फिर जुनून.
अपर्णा कुमार ने 2013 में मनाली स्थित अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ़ माउंटेनियेरिंग एंड अलाइड स्पोर्ट्स में एक महीने की बेसिक ट्रेनिंग ली और 2014 में उन्होंने अफ्रीका की सबसे ऊँची चोटी तंजानिया में माउंट किलिमंजारो Kilimanjaro) फतेह की. दो बार के प्रयासों के बाद एवरेस्ट पर 2 जनवरी 2016 को फतेह पाकर उन्होंने न सिर्फ उत्तर प्रदेश पुलिस का मान बढ़ाया बल्कि भारत के लिए भी गौरवपूर्ण इतिहास रचा.
एवरेस्ट पर यूपी पुलिस के साथ लहराते तिरंगे की फोटो भी उन्होंने दी. उन्हीं दिनों में उन्हें तरक्की देकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी – SSP) से उप महानिरीक्षक (DIG) बनाया गया था. पहले के दोनों प्रयास मौसम की खराबी की वजह से चढ़ाई रोक दिए जाने से पूरे ना हो सके थे. तब भयानक बर्फीला तूफ़ान आया था.
स्त्रीत्व की कमजोरी जैसे वाक्यों और उम्र को कभी अपने इरादों के आगे रूकावट ना बनाने वाली आईपीएस अपर्णा कुमार ना सिर्फ पुलिस और प्रशासक बिरादरी व महिलाओं बल्कि हरेक उस शख्स के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं जो कुछ करने की ठान लेते हैं लेकिन जिन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ता है.