अभिनव कुमार वर्तमान में उत्तराखंड में अपर पुलिस महानिदेशक (अभिसूचना सूचना एवं सुरक्षा ) हैं लेकिन इसके साथ ही उनको डीजीपी का कार्यभार भी देखना होगा. वैसे वह उत्तराखंड आईपीएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं .
तीन साल तक देवभूमि उत्तराखंड की पुलिस की कमान संभाल रहे आईपीएस अशोक कुमार सेवानिवृत्ति के समय भावुक हो उठे जैसा कि ऐसे पलों में किसी भी संवेदनशील व्यक्तित्व के लिए होना स्वाभाविक भी है. डीजीपी अशोक कुमार ( dgp ashok kumar ) बोले कि अब उत्तराखंड पुलिस सुरक्षित हाथों में है . उन्होंने रस्म के तौर पर अभिनव कुमार बैटन सौंपी. आईपीएस अशोक कुमार की विदाई के समय कार में बिठाकर कर उस कार को अपने हाथों से धक्का लगाने की रस्म में कई अफसर भी शामिल हुए.
रिटायर्मेंट से पहले गंगा पूजन :
अशोक कुमार ने जिस वक्त उत्तराखंड राज्य के पुलिस महानिदेशक का ओहदा संभाला था तब वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का ज़बरदस्त प्रकोप था. डीजीपी अशोक कुमार रिटायरमेंट से एक दिन वह पहले 29 नवंबर को हरिद्वार पहुंचे , हरकी पैड़ी पर पूजा की और शाम की गंगा आरती में हुए भी शामिल हुए.
कौन हैं आईपीएस अभिनव कुमार :
वहीँ उत्तराखंड के पुलिस प्रमुख का कार्यभार संभालने के वक्त आईपीएस अभिनव कुमार ( ips abhinav kumar ) ने कहा कि अपराध नियंत्रण रखना और कानून व्यवस्था बने रहना तो उनकी प्राथमिकता होगी ही लेकिन यातायात व्यवस्था उनकी लिस्ट में टॉप पर होगी. आईपीएस अभिनव कुमार का कहना है कि उत्तराखंड में जघन्य अपराध से भी बड़ी समस्या ट्रैफिक की है लिहाज़ा इसके लिए नए प्लान पर काम किया जाएगा. साथ ही उत्तराखंड को ड्रग्स फ्री सूबा बनाना भी सबसे अहम कामों में शुमार होगा.
नियुक्ति आदेश :
अभिनव कुमार को पुलिस की कमान सौंपे जाने संबंध में उत्तराखंड की अपर मुख्य सचिव की तरफ से जारी चिट्ठी में कहा गया, ” उत्तराखंड के वर्तमान पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, (आईपीएस आरआर-1989) के अधिवर्षता आयु पूर्ण करने पर दिनांक 30.11.2023 के अपरान्ह से सेवानिवृत्त होने के दृष्टिगत अभिनव कुमार (आईपीएस-आरआ0-1996), अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना एवं सुरक्षा, उत्तराखंड को दिनांक 01.12.2023 से वर्तमान पदभार के साथ-साथ अग्रिम आदेशों तक पुलिस महानिदेशक, उत्तराखंड के पद का अतिरिक्त प्रभार प्रदान किये जाने का निर्णय लिया गया है.”
वैसे आईपीएस अभिनव कुमार ने कॉर्डेलिया क्रूज से गिरफ्तार , अभिनेता शाहरुख खान के बेटे , आर्यन खान को 25 दिन जेल में बिताने और फलस्वरूप मीडिया ट्रायल होने को लेकर सार्वजनिक तौर पर पत्र लिखकर खेद जताया था. अभिनव कुमार हरिद्वार और देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) , गढ़वाल क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी ) के साथ सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ – BSF) में आईजी जैसे पदों पर रहे हैं. आईपीएस अभिनव कुमार भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी- ITBP) में जम्मू कश्मीर में तैनात रहे. वह कई साल तक जम्मू-कश्मीर में प्रतिनियुक्ति पर रहे और वहां अनुच्छेद 370 हटने के वक्त भी थे.
आईपीएस अभिनव कुमार का नाम चुनिंदा तेजतर्रार पुलिस अफसरों में शुमार हैं. उत्तराखंड में पहली बार जब किसी आईपीएस को मुख्यमंत्री का अपर प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया तो यह जिम्मेदारी अभिनव कुमार को दी गई थी.