यूपी पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक केस में मेरठ व दिल्ली से 7 गिरफ्तार

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पुलिस भर्ती बोर्ड ( फाइल फोटो )
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने हालिया पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले ( police recruitment paper leak ) में 6 लोगों को मेरठ से और एक को दिल्ली से  गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि यह एक ऐसे गिरोह के सदस्य हैं जो प्रतियोगी परीक्षा के पर्चे लीक करने से लेकर  परीक्षा पत्र कराने तक का इंतजाम करते हैं .
पुलिस का कहना है कि  आरोपियों ने प्रश्नपत्र लीक करने का वादा करके कथित तौर पर अभ्यर्थियों से 8 लाख से 10 लाख रुपये के बीच रकम ऐंठी.

यूपी पुलिस की एसटीएफ ( up stf ) बुधवार को   एक बयान में कहा कि आरोपी कथित तौर पर 17 और 18 फरवरी को उत्तर प्रदेश भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक में शामिल एक गिरोह के सदस्य हैं. बड़े पैमाने पर पेपर लीक के आरोपों के बाद राज्य सरकार ने यह परीक्षा रद्द कर दी थी. इस महीने की शुरुआत में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था.

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मेरठ जिले के रहने वाले सभी  अभियुक्तों दीपक, बिट्टू, प्रवीण, रोहित, नवीन और साहिल को मंगलवार रात कंकर  खेड़ा थाने के इलाके  में एक घर से गिरफ्तार किया गया. जबकि गौतमबुद्ध नगर निवासी प्रमोद पाठक को उसी रात दिल्ली के मुखर्जी नगर से गिरफ्तार किया गया.

एसटीएफ के बयान में कहा गया है कि गिरोह कथित तौर पर पेपर सॉल्वरों की व्यवस्था करने और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को प्रश्न लीक करने में भी शामिल है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 2024 कांस्टेबल भर्ती परीक्षा से संबंधित कई दस्तावेज, हल किए गए प्रश्न पत्र, कई मोबाइल फोन और नकदी जब्त की.

एसटीएफ ने आरोपियों के खिलाफ के तहत दो एफआईआर दर्ज की . भारतीय दंड संहिता की धारा 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी के लिए सजा), 420 (प्रलोभन द्वारा धोखाधड़ी), 467 (मूल्यवान दस्तावेजों की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 मेरठ और गौतम बुद्ध नगर जिलों के कंकर खेड़ा और सेक्टर 39 पुलिस स्टेशन क्षेत्र में जाली दस्तावेज़ को असली के रूप में उपयोग करना) और 386 (किसी भी व्यक्ति को मौत या गंभीर चोट के भय में डालकर जबरन वसूली करना) के तहत मामले दर्ज हुए हैं .