सुकमा. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला मुख्यालय से करीब 100 किलोमीटर दूर दुर्गम पहाड़ और जंगल के बीच घुसकर डीआरजी (डिस्ट्रिक रिजर्व गार्ड) एवं एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) के जवानों ने सोमवार सुबह 15 नक्सलियों को मार गिराया. इसके साथ ही सभी के शव और 16 हथियार बरामद कर लिए गए हैं. पांच लाख के इनामी देवा और एक घायल महिला नक्सली को गिरफ्तार किया गया है. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में पहली बार ऑपरेशन मानसून चलाया जा रहा है, जिसके तहत यह सफलता मिली है. खबर है कि एक और मुठभेड़ जारी है.
जंगल में रणनीति के तहत घुसे जवानों ने सुबह गोलापल्ली थाना क्षेत्र में नक्सलियों के एक कैंप पर धावा बोला. सूचना थी कि वहां पर 25 से अधिक नक्सली हैं. करीब एक घंटे तक वहां पर गोलीबारी हुई, फोर्स को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए. इसके बाद हुई सर्चिंग में 15 नक्सलियों के शव बरामद किए गए.
डीजीपी (नक्सल ऑपरेशन) डीएम अवस्थी ने बताया कि डीआरजी और एसटीएफ के दो सौ जवान रविवार की शाम को जंगल में घुसे थे. सोमवार सुबह छह से सात बजे के बीच कोंटा के नलकटोंग गांव के पास मुठभेड़ हुई. अवस्थी ने बताया कि वहां पर तीन गांवों के 20 से 25 नक्सलियों का जमावड़ा था. घटनास्थल से एक बारह बोर राइफल, एक 315 बोर रायफल, एक पिस्टल, एक 12 बोर कट्टा, 12 भरमार बंदूक और विस्फोटक बरामद किया गया है. सुकमा के एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि हमले में सफलता के बाद जवानों की मदद के लिए घटनास्थल पर अतिरिक्त फोर्स भेज दी गई है.
अत्यंत दुर्गम इलाके में मुठभेड़
गोलापल्ली का जंगल दुर्गम है और बारिश के मौसम में पहाड़ पर पैदल चलना भी कठिन होता है. बारिश होने के कारण वहां पर छोटे नालों में पानी बह रहा है, जिसे पार कर जवानों ने नक्सलियों के कैंप पर धावा बोला. हमला होने तक नक्सलियों को फोर्स के वहां तक पहुंच जाने की भनक तक नहीं लगी थी.
दुर्दांत नक्सली कमांडर मूंगा मारा गया
फोर्स के हमले से नक्सलियों का कमांडर दुर्दांत बंजाम मूंगा के मारे जाने की सूचना है. वह कोंटा, भेज्जी जैसे इलाके में सक्रिय था. मारे गए नक्सलियों को सुकमा लाने के बाद समर्पित नक्सलियों की मदद से शिनाख्त की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता पर बधाई
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता पर बधाई दी है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी डीजीपी (नक्सल ऑपरेशन) डीएम अवस्थी के साथ आइजी बस्तर विवेकानंद, एसपी सुकमा अभिषेक मीणा, डीआइजी सुंदरराज, एसपी (एसआइबी) डी रविशंकर व उनकी पूरी टीम को बधाई दी है.
सीएम ने दो दिन पहले ही दी थी चेतावनी
दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने घोषणा की थी कि नक्सली सरेंडर करें या मरने के लिए तैयार रहें. इससे पहले तक सरकार नक्सलियों से हथियार छोड़ कर मुख्य धारा में शामिल होने की अपील करती रही है.
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