भारत में छत्तीसगढ़ राज्य में नक्सलवादी हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित बस्तर जिले में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) एक तरफ जहां नक्सलियों की गतिविधियों का चुनौतीपूर्ण तरीके से मुकाबला कर रही है वहीं स्थानीय विकास के काम में भी उसकी अहम भूमिका बनती जा रही है. यहाँ के भीतरी इलाकों में सड़कें बनवाने से लेकर, बिजली सप्लाई और स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया कराने से लेकर बच्चों की स्कूली शिक्षा मुहैया करने तक में सीआरपीएफ का योगदान सराहनीय है. निर्माण और विकास कार्यों में लगी सरकारी एजेंसियों के कर्मचारियों तक की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सीआरपीएफ ने सम्भाल रखी है. इसी के साथ यहीं के सबसे खतरनाक माने जाने वाले सुकमा के कोंटा में सीआरपीएफ ने दिलचस्प काम किया है. यहाँ सीआरपीएफ ने सबसे ऊंची जगह पर भारत का राष्ट्र ध्वज फहराया है जिसे देखकर हर किसी का हाथ सैल्यूट करने को खुद ब खुद मस्तक तक उठ जाता है.
असल में कोंटा रेंज में शुक्रवार को सीआरपीएफ के विशाल परिसर का उद्घाटन करने के लिए सीआरपीएफ के महानिदेशक राजीव राय भटनागर इस दिलचस्प नज़ारे को देखकर दंग रह गये. ये नजारा था परिसर में बेहद ऊंचाई पर फहराता भारत का राष्ट्र ध्वज तिरंगा. जितना दिन में ये खूबसूरत लगता है उससे ज्यादा रात में जहां रोशनी का अच्छा इंतज़ाम भी किया गया है. दूधिया रोशनी में सौ फुट ऊँचे पोल में फहरता तिरंगा और उसकी पृष्ठभूमि में परिसर में बनी इमारत आँखों को सुकून देने वाला दृश्य. ये तिरंगा पूरे बस्तर जिले में लगाये गये तिरंगों में से सबसे ऊंचाई वाला है.
सीआरपीएफ की एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक़ यहाँ की कोंटा रेंज के प्रभारी अधिकारी शुदान्शु कुमार हैं जो दो बरस से यहाँ तैनात हैं. इस परिसर निर्माण में भी उनकी अहम भूमिका है जिसकी हरेक अधिकारी प्रशंसा कर रहा है.