सशस्त्र सीमा बल में आज (1 सितम्बर ) से शुरू हुए हिन्दी पखवाड़े के दौरान हिन्दी भाषी और अहिन्दी भाषी कार्मिको के लिए आशु वक्तव, हिन्दी ज्ञान प्रश्न माला और अनुच्छेद लेखन की विभिन्न प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेंगी . इसके अलावा साल भर में अपना अधिक से अधिक काम हिन्दी में करने वाले पांच अधिकारियों एवं 10 कर्मियों का भी चयन किया जाएगा जिससे उनको सम्मानित किया जाएगा . हिन्दी पखवाड़े के कार्यक्रम 14 सितम्बर तक चलेंगे.
हिन्दी पखवाडे के शुभारम्भ की शुरुआत के अवसर पर सशस्त्र सीमा बल ( एसएसबी – SSB ) के महानिदेशक कुमार राजेश चन्द्रा ने अपने संबोधन में हिन्दी पखवाड़े के आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला और सशस्त्र सीमा बल में अधिक से अधिक कार्य हिन्दी में होने पर प्रसन्नता व्यक्त की . अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में सशस्त्र सीमा बल मुख्यालय , का संसदीय राजभाषा समिति की पहली उप-समिति द ने निरीक्षण किया था जिसमें समिति ने सशस्त्र सीमा बल के हिन्दी में किये गए काम की सराहना की थी. उस वर्ष सशस्त्र सीमा बल का 87% काम हिंदी में था जो कि इस साल बढ़कर 93% हो गया है. उन्होंने कहा कि ये बल कर्मियों के साझा प्रयासों से संभव हो सका है. श्री चन्द्रा ने ने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी हम राजभाषा हिन्दी में कार्य को बढाने का प्रयास करते रहेंगे , जिससे हम निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर सकें.
एसएसबी के महानिदेशक कुमार राजेश चन्द्रा, महानिदेशक, हिन्दी पखवाड़े के शुभारम्भ की घोषणा करते हुए तथा हिन्दी पखवाड़े के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी गई. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविधालय के हिंदी विभाग के प्रोफ़ेसर निरंजन कुमार अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए. प्रोफेसर निरंजन कुमार ने “हिन्दी भूत , वर्तमान एवं भविष्य “ विषय पर व्याख्यान दिया. बल की सभी इकाइयों के लिए हिन्दी पखवाड़े के शुभारम्भ कार्यक्रम का सजीव प्रसारण यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से किया गया.
एसएसबी की अपर महानिदेशक बी.राधिका, महानिरीक्षक परेश सक्सेना और अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी इस अवसर पर मौजूद थे.