जम्मू कश्मीर में पुलिस के एक सिपाही को अगवा करके ले गये दो आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया और सिपाही को सुरक्षित छुड़ा लिया है. हालांकि शुक्रवार की इस घटना में एक सिपाही भी घायल हुआ है. मार गिराये गये दोनों आतंकवादियों का ताल्लुक हिजबुल मुज़ाहिदीन से बताया जाता है. इनसे छुड़ाया गया सिपाही सरताज रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) में तैनात है और बारामुला के शिरपुरा गांव का रहने वाला है.
आतंकवादियों ने सरताज को उसके घर से अगवा किया था. जम्मू कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार की रात इस सम्बन्ध में ट्वीटर संदेश में कहा है कि कुलगाम के यरिपुरा में अगवा किये गये सिपाही को पुलिस और सुरक्षा बलों ने एक संक्षिप्त मुठभेड़ में मुक्त करा लिया और दो आतंकवादियों को मार गिराया लेकिन इस ऑपरेशन में एक सिपाही ज़ख्मी हो गया.
असल में, सिपाही के अगवा होने की सूचना परिवार वालों ने ही अधिकारियों को दी थी जिसके तुरन्त बाद इलाके में तलाशी और मुक्त कराने का ऑपरेशन छेड़ दिया गया था. कुछ ही मिनटों के बीच यरिपुरा में नाके से एक सफ़ेद कार में लोगों ने फायरिंग की. ये वही आतंकवादी थे जिन्होंने सरताज को अगवा किया था. यहाँ आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच तकरीबन दस मिनट तक गोलीबारी हुई और इसी दौरान अपहृत किये गये सिपाही को तो आज़ाद करा लिया गया लेकिन एक सिपाही जख्मी हो गया.
दो दिन में दूसरी घटना :
कश्मीर में दो दिन के भीतर ये दूसरी वारदात है जिसमें पुलिसकर्मी को अगवा लिया गया. इससे पहले बृहस्पतिवार को शोपियां ज़िले में एक पुलिसकर्मी को अगवा किया गया था. उस मामले में भी पुलिस ने तुरंत प्रतिक्रिया करते हुए अपहृत पुलिसकर्मी को आतंकवादियों के कब्ज़े से छुड़ाने में कामयाबी हासिल कर ली थी.
सुरक्षकर्मियों को सलाह:
एक तरफ कोरोना वायरस संकट और दूसरी तरफ रमजान का पवित्र महीना शुरू होने के बावजूद आतंकवादी गतिविधियाँ अलग किस्म की चुनौतियां पैदा कर रही हैं. कुछ सुरक्षाकर्मी छुट्टी पर घर गये हुए हैं. खासतौर पर दक्षिण कश्मीर में ऐसे पुलिसकर्मियों को संभल कर और ‘लो प्रोफाइल’ रहने की सलाह दी गई है. असल में यहाँ जमी बर्फ गर्मी के मौसम में पिघलने लगी है और इसके साथ ही आतंकवादियों की घुसपैठ जैसी गतिविधियाँ भी बढ़ने लगी हैं.