भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 के युद्ध के बाद वजूद में आई सीमा सुरक्षा बल (BSF) में, आज की पासिंग आउट परेड के साथ ही, महिलाओं की तादाद में इजाफा हो गया है. बीएसएफ की पंजाब में हुई दीक्षांत परेड में 315 महिला रंगरूट ने हिस्सा लिया और पूरी निष्ठा से देश की सेवा करने की शपथ ली. ये कार्यक्रम होशियारपुर में खड़कां स्थित ट्रेनिंग सेंटर (BSF Camp Kharkan) के परेड ग्राउंड में हुआ.
बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में पासिंग आउट परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली. यहाँ सेंटर के महानिरीक्षक पीएस बैंस ने उनका स्वागत और कार्यक्रम का संचालन किया.
आज महिला रंगरूट के जो 2 बैच बल में शामिल हुए उनमें 120 युवतियां तो पश्चिम बंगाल से ही हैं. इनके अलावा बिहार से 45, असम से 49, आंध्र प्रदेश से 37, मध्य प्रदेश से 17 और तमिलनाडु से 10 महिलाएँ हैं. उनके अलावा भी ओडिशा, केरल, तेलंगाना, कर्नाटक के साथ साथ पूर्वोत्तर के राज्यों मिजोरम, मणिपुर और नागालैंड से भी महिलाएं इस बैच का हिस्सा हैं.
इन्हें 44 हफ्ते की कठोर ट्रेनिंग के दौरान सीमाओं पर पहरेदारी से लेकर युद्ध लड़ने के गुर तो सिखाये ही गये साथ ही वो प्रशिक्षण भी दिया गया जिससे वे काम के दौरान हर तरह के हालात से निपटने में कामयाब रहें. ट्रेनिंग के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली रंगरूट को सम्मानित भी किया गया. श्री शर्मा ने उनके प्रशिक्षकों की जमकर तारीफ़ की और उत्कृष्ट सेवा मेडल से सम्मानित कार्मिकों को पदक भी लगाए.