लातेहार. सीआरपीएफ की 214 बटालियन के कैम्प में 5 लाख के इनामी नक्सली वीरेंद्र उर्फ शंकर यादव ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. वह भाकपा (माओवादी) का सब जोनल कमांडर था. वह मूलतः लातेहार जिले के माणिक थाना क्षेत्र के पल्हेया गाँव का रहने वाला है.
32 साल के वीरेंद्र की कहानी यह है कि वह जमीन विवाद में नक्सली बना था. बताया जाता है कि हालात ने उसे हथियार उठाने को मजबूर किया था. लेकिन अब उसे हालात बेहतर लगे तो वह सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा में शामिल होना चाहता था. ऐसे में उसे पुलिस प्रशासन ने ‘आपरेशन नई दिशा’ के तहत मौका दिया. वह सरेंडर करने को राजी हो गया. उसने पलामू डीआईजी विपुल शुक्ला, लातेहार उपायुक्त राजीव कुमार, एसपी प्रशांत आनन्द, सीआरपीएफ 11 बटालियन के कमांडेंट पंकज कुमार और लातेहार एसडीओ की उपस्थिति में सरेंडर कर दिया. इस मौके पर वीरेंद्र को उस पर घोषित 5 लाख की रकम का चेक भी भेंट किया गया.
वीरेंद्र के खिलाफ अलग-अलग थानों में विभिन्न आपराधिक और नक्सली अपराध समेत कुल 30 मामले दर्ज हैं. सरेंडर के बाद अब उसके विरुद्ध दर्ज मामले खत्म करने के लिये फास्ट ट्रैक कोर्ट से सिफारिश की जायेगी.