जम्मू कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों ने पुलवामा में हुई वैसी ही बड़ी आतंकवादी वारदात को रोकने में कामयाबी पाई है जो पिछले साल फरवरी में की गई थी और जिसमें केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवानों की जान गई थी. इस वारदात को भी सम्भवत: पुलवामा में ही अंजाम देने की आतंकवादियों की साज़िश थी जिसमें इस्तेमाल की जाने वाली बारूद से भरी कार को सुरक्षा बलों ने पकड़ लिया. इसमें तकरीबन 20 किलो विस्फोटक से भरा ड्रम बम था.
सुरक्षा बलों ने विस्फोटक से भरी इस सफेद सेंट्रो कार को बुधवार की रात दक्षिण कश्मीर के पुलवामा ज़िले में राजपुरा के एयगुन्ड इलाके में एक नाके पर जांच के दौरान पकड़ा था. चेकिंग के दौरान कार का ड्राइवर आसपास अँधेरे का फायदा उठाकर फरार होने में कामयाब रहा. बृहस्पतिवार को सुरक्षा बलों ने इस इम्प्रूवाइज्ड एक्स्प्लोज़िव डिलवाइज्ड (आईईडी) को धमाका करके नष्ट कर डाला. हालांकि ये नियंत्रित हालात में किया गया धमाका था लेकिन फिर भी आसपास की कुछेक सम्पतियों को मामूली तौर पर क्षतिग्रस्त होने से नहीं रोका जा सका.
जिस जगह पर कार को रोका गया वहां आसपास घर थे. कार को रुकने का इशारा करते ही ड्राइवर नाके परे इसे रोककर भाग निकला. कार में पिछली सीट पर एक ड्रम रखा हुआ था जिसमें विस्फोटक था और कार में और जगह पर भी विस्फोटक होने की पूरी आशंका थी. कार पर जाली नम्बर प्लेट थी. दरअसल ये स्कूटर का नम्बर था जो कार के एक हिस्से में गोदा भी गया था. कार भी चोरी की थी. इस तरह की चोरी की कार के बारे में पुलिस को खुफिया जानकारी मिली हुई थी और सबको सचेत किया था. क्यूंकि इस कार को कहीं और उठाकर या चलाकर लेकर जाने की स्थिति में इसमें विस्फोट होने का खतरा था इसलिए सुरक्षबलों ने इसे सुबह होते ही धमाका करके नष्ट कर डाला.
सुरक्षा बलों की समय पर की गई इस कार्रवाई की जमकर तारीफ हो रही है जिसने एक बड़े आतंकी हमले को होने से रोक लिया. शक ये भी था कि हाल में सुरक्षा बलों की तेज़ हुई जवाबी कार्रवाई से बौखलाये आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का गुट सुरक्षा बलों को नुकसान पहुँचाने या सामरिक महत्व के किसी ठिकाने के इरादे से हमला करेगा.