भारत में आंतरिक सुरक्षा कायम रखने में अहम भूमिका निभाने के साथ साथ अति विशिष्ट और विशिष्ट व्यक्तियों (वीआईपी VIP) की सुरक्षा की भी ज़िम्मेदारी उठा रहे केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ-CRPF) के लिए बीता रविवार ख़ास था. नई दिल्ली में इसके मुख्यालय के लिए बनने वाली 12 मंजिली इमारत का शिलान्यास तो हुआ ही, इसकी सुरक्षा शाखा को भी ख़ास पहचान मिली. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीआरपीएफ की सुरक्षा शाखा के लिए डिज़ायन किया गया बिल्ला (Insignia) जारी किया.
गरुड़ पक्षी की तस्वीर वाले इस बिल्ले में शील्ड और तलवार की आकृतियों को शामिल किया गया है जो दर्शाता है कि ये फ़ोर्स सुरक्षा करना और जवाबी कार्रवाई में प्रहार करने की भी काबिलियत रखती है. हिन्दू और बौद्ध ग्रन्थों में गरुड़ का एक ऐसे जन्तु के तौर पर ज़िक्र किया गया है जो चील और इंसान को मिलाकर बना है और जिसमें वैसे ही गुण हैं. गरुड़ को अति सतर्क और रक्षक माना जाता है. सीआरपीएफ की सुरक्षा शाखा का ध्येय वाक्य “सदैव सचेत सतर्क” है और जो अंग्रेज़ी में “Always Aware Alert ” लिखा गया है.
सीआरपीएफ ने 2014 से वीआईपी सुरक्षा के काम की ज़िम्मेदारी ली थी और इसके लिए विशेष शाखा का गठन किया गया जो वर्तमान में केन्द्रीय स्तर पर 59 व्यक्तियों को सुरक्षा मुहैया करवा रही है. इनमें से 15 को जेड प्लस श्रेणी, 21 को ज़ेड श्रेणी और 23 को अन्य श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. इस शाखा के कार्मिक सीआरपीएफ के नाम के साथ इस बिल्ले को वर्दी पर वैसे ही धारण करेंगे जैसे कि इसकी एक अन्य शाखा रेपिड एक्शन फ़ोर्स में तैनात कार्मिक धारण करते हैं.