सीआरपीएफ के दिव्यांग योद्धा 1000 किलोमीटर साइकिल चला गुजरात से दिल्ली पहुंचे

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CRPF दिव्‍यांग योद्धा साइकिल रैली

केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ-CRPF) के दिव्यांग योद्धाओं ने गुजरात से दिल्ली तक की साइकिल यात्रा करके साबित कर दिया कि इच्छाशक्ति और मानसिक बल के बूते पर बहुत सी उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं और शारीरिक कमियों के बावजूद जीवन की जंग बखूबी लड़ी जा सकती है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर दिल्ली पहुंचे ये दिव्यांग योद्धा 16 दिन पहले साबरमती आश्रम से रैली की शक्ल में साइकिलों से रवाना हुए थे. इनमें दिव्यांग महिल योद्धा भी हैं. साइकिल सवार योद्धाओं में शौर्य चक्र से सम्मानित सीआरपीएफ के वह अधिकारी आर के सिंह भी थे जो लोहरदगा ऑपरेशन के दौरान बुरी तरह जख़्मी हुए थे और अपना एक पैर गंवाया था.

गांधी जयंती पर गुजरात के साबरमती आश्रम से चली CRPF दिव्‍यांग योद्धा साइकिल रैली दिल्‍ली के राजपथ पर समाप्‍त हुई।

साबरमती आश्रम से शुरू हुयी इस साइकिल यात्रा ने एक हज़ार किलोमीटर का सफर तय किया. गुरुग्राम से सीआरपीएफ अकादमी से बल के महानिदेशक डॉ. एपी महेश्वरी ने इस रैली का नेतृत्व किया और यहाँ राजपथ इन्डिया गेट पहुँचने पर केन्द्रीय खेल एवं युवा मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरेन रिजीजू ने रैली में शामिल दिव्यान्गों का स्वागत किया. उन्होंने रैली के आयोजन के लिए सीआरपीएफ की तारीफ की और इसमें हिस्सा लेने वाले दिव्यान्गों की बहादुरी और दृढ़ संकल्प की भी सराहना की. श्री रिजीजू ने सीआरपीएफ के फिट इण्डिया अभियान को बढ़ाने में किये गये काम की भी तारीफ की. इस मौके पर दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग की सचिव डी. गैमलिन भी उपस्थित थीं.

CRPF दिव्‍यांग योद्धा साइकिल रैली

रैली के समापन के अवसर सीआरपीएफ के महानिदेशक ए पी महेश्वरी ने सीआरपीएफ के दिव्यांग योद्धाओं के कौशल व पुन:कौशल के लिए बनाई गई व्यापक नीति का खुलासा करते हुए बताया कि इस नीति का मकसद दिव्यांग योद्धाओं को पैरा स्पोर्ट्स में ट्रेनिंग देना और बाद में उनको प्रौद्योगिकी से जुड़े कौशल देना है ताकि वे साइबर योद्धाओं के तौर पर काम करने में सक्षम हो सकें. साइकिल सवारों में महिला बटालियन की 6 वीरांगनाएँ भी शामिल थीं जिनके साहस की सब जमकर तारीफ़ कर रहे थे.

रैली के राजपथ इन्डिया गेट पहुँचने पर केन्द्रीय खेल एवं युवा मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरेन रिजीजू का स्वागत करते सीआरपीएफ के महानिदेशक ए पी महेश्वरी.

शौर्य चक्र से सम्मानित आर के सिंह ने 3 मई 2012 को झारखण्ड के लोहरदगा में एक ऑपरेशन के दौरान अपना पाँव खोया था जब नक्सलवादियों ने एक साथ 200 से ज्यादा आईईडी का श्रृंखलाबद्ध विस्फोट किया था.

केन्द्रीय खेल एवं युवा मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरेन रिजीजू ने रैली में शामिल दिव्यान्गों का स्वागत किया.