अपने अपने देश के बॉर्डर की निगहबानी कर रहे पाकिस्तान और भारत के सुरक्षाकर्मियों (बीएसएफ) ने इस बार ईद पर एक दूसरे को मिठाई देने की रस्म अदायगी भी नहीं की. लेकिन अमन चैन और भाई चारे के प्रतीक इस त्योहार पर सोमवार को बंगलादेश के सुरक्षाकर्मियों के साथ भारतीय सुरक्षाकर्मियों ने मुबारकवाद के साथ मिठाई भी आपस में बांटी. इन दोनों देशों के बॉर्डर पर भारत की तरफ से सीम सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान तैनात हैं.
दो अलग अलग देशों की सरहद पर अलग अलग तरह से सीमा सुरक्षा बल के रुख के पीछे कारण पाकिस्तान का रवैया बताया जा रहा है. यूँ तो भारत – पाकिस्तान के बीच बरसों से चल रही तल्खी के माहौल में ऐसा होना ज्यादा हैरानी पैदा नहीं करता लेकिन फ़िक्र की बात अब दोनों पक्षों में इस बेरुखी का बढ़ता जाना है. भारत के नजरिये से इसके पीछे दो कारण हैं. एक तो पाकिस्तान की तरफ भारत के खिलाफ से पश्चिमी सीमा पर होने वाली आतंकवादी गतिविधियों, घुसपैठ का जारी रहना और दूसरा है इससे पहले कुछ ही महीनों के अंतराल पर बीएसएफ की तरफ से ऐसी रस्म के लिए बढ़ाए गये हाथ को पाकिस्तान का तरजीह न देना.
जम्मू से लेकर गुजरात तक दोनों देशों के बीच सीमाओं पर बीएसएफ की चौकियां हैं लेकिन कहीं पर भी दोनों देशों के प्रहरियों ने इस पर्व को एक दूसरे के साथ मनाने की रस्म नहीं निभाई. दरअसल, बीएसएफ ने अपने स्थापना दिवस यानि 1 दिसम्बर को और भारत के गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को जब जब भी ऐसी पहल की तब तब पाकिस्तान की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला था.
दूसरी तरफ बंगलादेश की तरफ से पूर्वी सीमा पर पहरा देने वाले बॉर्डर गार्ड बंगलादेश (बीजीबी) के अधिकारियों के साथ बीएसएफ के दल ने एक दूसरे को अपने देश की तरफ से मिठाई दी. दोनों मुल्कों के बीच तकरीबन चार हज़ार किलोमीटर का साझा बॉर्डर है.