जम्मू के राजौरी जिले के गाँव सोदरा सुंदरबनी में केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF-सीआरपीएफ) के स्थापना दिवस के समारोह के दौरान वीर जवानों को मेडल भी लगाये गये. समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आये 72 बटालियन के कमांडेंट दिनेश कुमार ने क्वार्टर गार्ड पर सलामी ली. उन्होंने बल के शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और वहां मौजूद जनसमूह को सम्बोधित करते हुए CRPF के स्थापना के दिन से लेकर अब तक हुए विस्तार का ज़िक्र किया. इस अवसर पर तरह तरह की खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया और विजेताओं को पुरस्कार दिए गए. बड़ा खाना यहाँ खासा आकर्षण का केंद्र रहा.
इस अवसर पर सीआरपीएफ की 72 बटालियन के 2 आईसी केके दहिया और अमर सिंह, डिप्टी कमांडेंट आर एन चौधरी, मेडिकल आफिसर डाक्टर विवेकानंद, सहायक कमांडेंट सुनील के साथ अन्य अधिकारी और बड़ी तादाद में जवान भी कार्यक्रम में शामिल हुए.
सीआरपीएफ की स्थापना 79 बरस पहले मध्य प्रदेश के नीमच में हुई थी. तब भारत में अंग्रेजों का शासन था और इस फ़ोर्स का नाम क्राउन रिप्रेज़ेन्टेटिव पुलिस था. कमांडेंट दिनेश ने उस वक्त के हालात का विस्तार से ज़िक्र किया. कमांडेंट दिनेश ने 72 बटालियन के 180 जवानों को मेडल लगाये.
फ्री इंटरनेट सेवा :
इसी बटालियन ने, एससीसी परीक्षा के लिए आवेदन करने वालों को मदद भी करना शुरू किया है. इसके लिए तमाम उम्मीदवारों को इंटरनेट की फ्री सेवा उपलब्ध कराई गई है. असल में ये इसलिए किया गया कि दूर दराज़ से सायबर कैफे में आकर कई युवकों को तब मायूसी हाथ लगती थी जब इंटरनेट नहीं चल रहा होता था. ऐसे में उनके लिए आवेदन भरके अपलोड करने के लिए फिर से आना पड़ता था. सीआरपीएफ से ऐसी सहूलियत मिलने से उन्हें अब आवेदन के लिए तो बाधा नहीं झेलनी पड़ती. पहाड़ी इलाकों में इंटरनेट अक्सर बाधित भी मिलता है.