सीआरपीएफ अधिकारियों के लिए राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का 36 दिवसीय कोर्स

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सीआरपीएफ महानिदेशक राजीव राय भटनागर और National Law University के कुलाधिपति (Vice Chancellor) रणबीर सिंह हस्ताक्षर के बाद करार का आदान-प्रदान किया.

भारत में आंतरिक सुरक्षा के लिए तैनात रहने वाली केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) ने अपने प्रशिक्षु अधिकारियों में क़ानून की व्यावहारिक समझ बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, नई दिल्ली (National Law University – NLU , New Delhi) से करार किया है. इसके तहत एनएलयू इन अधिकारियों को 36 दिन की ट्रेनिंग देकर उन तमाम कानूनों की जानकारियां देगा और उनके इस्तेमाल के तौर तरीके बतायेगा, जिनकी इन अधिकारियों को काम के दौरान ज़रूरत पड़ती है. इसके लिए एनएलयू खासतौर से कोर्स तैयार करेगा.

इस करार पर मंगलवार को सीआरपीएफ की तरफ से महानिदेशक राजीव राय भटनागर और एनएलयू, नई दिल्ली की तरफ से कुलाधिपति (Vice Chancellor) रणबीर सिंह ने दस्तखत किये.

भारत के सबसे बड़े केन्द्रीय सशस्त्र बल होने के नाते सीआरपीएफ को आंतरिक सुरक्षा करने और कानून व्यवस्था बनाये रखने के काम में स्थानीय पुलिस व अन्य एजेंसियों के सहयोग के लिए तैनात किया जाता है. इन हालात में सीआरपीएफ अधिकारियों को कानूनी मसलों का सामना करना पड़ता है. ऐसे मसलों से बेहतर ढंग से निपटने के लिए संवेदनशीलता के साथ साथ अधिकारियों में कानून की बेहतर जानकारी होना तो जरूरी है ही, उनमें इन कानूनों का ज़मीनी स्तर पर इस्तेमाल करने की समझ विकसित होना भी ज़रूरी है. उम्मीद की जाती है कि इस करार के बाद, तैयार कोर्स पूरा करने वाले अधिकारियों को इस दिशा में लाभ मिलेगा.

करार पर दस्तखत किये जाने के मौके पर सीआरपीएफ के महानिदेशक राजीव राय भटनागर ने इसे एक अच्छी शुरुआत बताते हुए विश्वास जाहिर किया कि ये एक बड़ा बदलाव साबित होगा, वहीं एनएलयू के वाइस चांसलर रणबीर सिंह ने इसे सीआरपीएफ के साथ अकादमिक स्तर की मूल्यवान भागीदारी बताया.

करार के नियम और शर्तों के मुताबिक़ NLU ऐसे कोर्स तैयार करेगा जिसमें IPC, CrPC, Indian Evidence Act से लेकर लिंगभेद पर संवेदनशीलता, समाज के कमज़ोर वर्ग और अल्पसंख्यकों के हितों के संरक्षण से जुड़े कानूनी विषयों को समझा जा सके. इस कोर्स की समयावधि 36 दिन होगी और जिसे पूरा करने वाले अधिकारी को NLU की तरफ से कानूनी विषयों की पढ़ाई करने का प्रमाणपत्र दिया जायेगा.

अधिकारियों की कार्यकुशलता और क्षमता बढ़ाने के मकसद से किसी अन्य संस्थान के साथ सीआरपीएफ की तरफ से दो महीने में किया गया ये दूसरा करार है. जून में ही सीआरपीएफ ने अपने अधिकारियों को प्रबंधन के गुर सिखाने और इस दिशा में उनकी कुशलता बढ़ाने के लिए आईआईएम, रोहतक (IIM, Rohtak) से करार किया था.