स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह सेना के उस एमआई-17 हेलिकॉप्टर में सहायक पायलट ( co pilot ) थे जो भारत के पहले चीफ ऑफ़ डिफेन्स ( सीडीएस ) जनरल बिपिन सिंह रावत को ले जाते समय 8 दिसंबर 2021 को दुर्घटना का शिकार हुआ था. इस हेलिकॉप्टर हादसे में जनरल रावत , उनकी पत्नी समेत 14 लोगों की जाने गई थीं. इनमें बाकी सभी सैन्य अधिकारी थे . राजस्थान के झुनझुनू ज़िले से ताल्लुक रखने वाले सैनिक परिवार के स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह एक युवा अधिकारी थे. दो साल पहले ही उनकी यशस्विनी से शादी हुई थी .
भारतीय वे सेना के प्रमुख ( chief of air staff ) एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने आज अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (चेन्नई ) में अधिकारी कैडेट यशस्विनी से मुलाक़ात की. इस मुलाक़ात की तस्वीर भारतीय वायु सेना ने एक्स पर पोस्ट की है . एयर चीफ चौधरी ओटीए ( ota ) में आयोजित पासिंग आउट परेड के समीक्षा अधिकारी के रूप में गए थे. वायु सेना की तरफ से बताया गया कि अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी, चेन्नई की अपनी यात्रा के दौरान, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने स्वर्गीय स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह की पत्नी, अधिकारी कैडेट यश्विनी ढाका से मुलाकात की.”
वायु सेना के मुताबिक़ प्रशिक्षण के सफल समापन पर अधिकारी कैडेट यशविनी को 24 सितंबर को कमीशन मिलने की उम्मीद है. वायु सेना प्रमुख ने यशस्विनी को , उनके धैर्य और दृढ़ संकल्प की सराहना करते हुए, सभी वायु योद्धाओं की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दीं.
सैनिक परिवार से संबंधित कुलदीप सिंह ने जून 2015 में वायु सेना में कमीशन हासिल किया था और बतौर स्क्वाड्रन लीडर उनकी आखिरी तरक्की इस हादसे से छह महीने पहले जून 2021 में हुई थी . उनके पिता रणधीर सिंह भारतीय नौसेना से रिटायर हुए थे. यही नहीं कुलदीप सिंह की बहन भी सेना में है. सैनिकों और पूर्व सैनिकों से भरे झुनझुनू ज़िले के इस परिवार और कुनबे में पहले से भी कई सैनिक हैं .