केरल में राष्ट्रीय कैडेट कोर ( national cadet corps ) के सालाना शिविर में संदिग्ध फ़ूड पॉइज़निंग की घटना के बीच भारतीय सेना के एक लेफ्टिनेंट कर्नल के साथ की गई मारपीट का मामला तूल पकड़ने के बाद दो हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है. इनकी पहचान नाम आरोपियों की पहचान फोर्ट कोच्चि निवासी निषाद और पल्लुरुथी निवासी नवास के रूप में की गई है. पुलिस ने इनको इनके घरों से गिरफ्तार किया .
यह सप्ताह भर पहले की ( 23 दिसंबर 2024 ) घटना है जिसका वीडियो भी बहुत वायरल हुआ . इसमें दो लोग लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के अधिकारी करनैल सिंह से मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में करनैल सिंह शांत दिखाई दे रहे हैं लेकिन वे दोनों लोग लगातार हमलावर थे और उनके साथ धक्का मुक्की करते , उनको धकेलते दिखाई दे रहे हैं. बाद में, एक पुलिसकर्मी, जो उस समय घटनास्थल पर मौजूद था, जब लोग लेफ्टिनेंट कर्नल सिंह पर हमला कर रहे थे, उनमें से एक को धक्का देकर दूर कर देता है और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश करता है.
एनसीसी की 21 केरल बटालियन का यह शिविर केएमएम कॉलेज ( kmm college) में लगा था और करनैल सिंह इसके प्रशासनिक अधिकारी थे . शाम को खाना खाने के बाद कि कैडेट्स की तबीयत खराब हो गई. उन्हें उल्टियां होने लगीं , बैचेनी और जी मिचलाने जैसे वह लक्षण होने लगे जो विषाक्त खाने से होते हैं. ऐसे में कुछ कैडेट्स को प्राथमिक चिकित्सालय और अस्पताल ले जाया गया.
इन हालात के कारण वहां तनाव फैल गया . इसके बाद वहां शिविर में एसएफआई (माकपा की छात्र शाखा) की जिला प्रमुख भाग्य लक्ष्मी, भारतीय जनता पार्टी ( bjp ) के पार्षद प्रमोद और उनके समर्थकों के नेतृत्व में भीड़ घुस गई जिसने हंगामा शुरु कर दिया . इन्हीं में से कुछ ने वहां मौजूद सेना के अधिकारी करनैल सिंह पर हमला किया.
प्रशिक्षण शिविर में संदिग्ध फ़ूड पॉइज़निंग ( food poisoning ) से तकरीबन 70 -80 विद्यार्थी कैडेट्स की तबीयत बिगड़ी. शिविर में कुल 513 कैडेटों (283 लड़के और 235 लड़कियां) ने हिस्सा लिया था.
एनसीसी ( ncc ) के अतिरिक्त महानिदेशक ने ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी के नेतृत्व वाले पैनल को संदिग्ध खाद्य विषाक्तता के मामले की जांच करके एक रिपोर्ट पेश करने को कहा है. वहीं स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने खाने और खाद्य सामग्री के नमूने एकत्र करके जांच के लिए भेजे दिए.