बुलढाणा में अग्नि को समर्पित किया गया सियाचिन में तैनात पहला बलिदानी अग्निवीर अक्षय गवते

244
अग्निवीर अक्षय लक्षमण गवते

दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र के तौर पर पहचान रखने वाले सियाचिन siachen में तैनात भारतीय सैनिक अक्षय लक्षमण गवते ( gawatel lakshman ) का  पार्थिव शरीर  सैन्य सम्मान के साथ महाराष्ट्र स्थित गृह क्षेत्र के लिए रवाना किया गया था जहां आज ( 23 अक्टूबर 2023 ) को अंतिम संस्कार किया गया . नौजवान  अक्षय लक्षमण गवते अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर ( ऑपरेटर ) के तौर पर भर्ती हुआ था . वह फायर एंड फ्यूरी कोर में था.

अक्षय गवते  सियाचिन में बलिदान होने वाला पहला अग्निवीर हैं .भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे समेत समस्त रैंक्स ने अग्निवीर अक्षय लक्षमण गवाते को श्रद्धांजलि अर्पित की है.

भारतीय सेना के प्रवक्ता एडीजीपीआई  की तरफ से सोशल मीडिया एक्स ( पूर्व में ट्विटर ) पर की गई पोस्ट में कहा गया है ,  ‘ चीफ ऑफ़ आर्मी स्टाफ #COAS जनरल मनोज पांडे और थल सेना के सभी रैंक के अधिकारी कठिन ऊंचाइयों पर तैनात अग्निवीर (ऑपरेटर) गवते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं और दुःख की इस घडी में  सेना परिवार उनके साथ है.’

काराकोरम रेंज में तकरीबन  20 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर को दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्यीकृत क्षेत्र के रूप में जाना जाता है. यह भारत के केंद्र शासित लदाख क्षेत्र में है .  यहां तैनात सैनिकों को बेहद तेज शीत हवाओं का सामना करना पड़ता है. भारतीय सेना ( indian army ) की  उत्तरी कमांड के तहत आने वाले सेना की 14 कोर  ( XIV corps) यहाँ की रक्षा के लिए तैनात है जिसे फायर  एंड फ्यूरी कोर ( fire and fury corps ) भी कहा जाता है.

सैन्य सम्मान के साथ अग्निवीर अक्षय की विदाई

 

सेना ने अक्षय की मृत्यु का कारण तो स्पष्ट नहीं बताया है लेकिन इतना ज़रूर कहा है कि इसके पीछे चिकित्सीय कारण ( medical reason ) रहे.  एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ अग्निवीर अक्षय लक्षमण गवते को ह्रदय आघात हुआ था.
उधर अक्षय के पिता ने बताया कि उनकी 20 अक्तूबर को अक्षय से आख़री बार बात हुई थी. अक्षय ने उन सबकी कुशलक्षेम पूछी थी . अपनी तबीयत को लेकर अक्षय ने पिता से कोई बात नहीं की थी .

सैन्य सम्मान के साथ अग्निवीर अक्षय की विदाई

अग्निवीर अक्षय गवते महाराष्ट्र के बुलढाणा  ज़िले  के पिम्पलगांव सराय का रहने वाला था. कॉलेज से बीकॉम ( BCom ) की डिग्री लेने के बाद अक्षय ने सेना में भर्ती होने का निर्णय लिया था. हालांकि अक्षय को बचपन से ही सेना से प्यार था और वो खुद भी फौजी बनना चाहता था . वैसे परिवार इसके लिए राज़ी नहीं था . माता पिता के अलावा अक्षय गवते के परिवार में छोटी बहन है.