नहीं थम रहा आतंकवादी घुसपैठ का सिलसिला , कठुआ में सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी

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वह इलाका जहां ऑपरेशन चल रहा है  
पाकिस्तान की तरफ से भारत जम्मू कश्मीर से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा में घुसपैठ का सिलसिला जारी है .  भले ही इस राज्य को बांटकर और केंद्र शासित क्षेत्र में तब्दील करके प्रशासनिक बदलाव किए गए लेकिन कई साल से चल रहे आतंकवाद पर नकेल उस तरह से अब तक नहीं कसी  जा सकी जैसा कि उम्मीद की जा रही थी . आतंकवाद के क्रम में घटनाएं कम ज्यादा हो रहीं हैं लेकिन इसे रोका ना  जा सका . जो कम हुआ भी तो  उसके लिए सेना , अर्द्ध सेना बल ( खासकर सीआरपीएफ)  और पुलिस बलों  को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है .

ताज़ा घटना क्रम जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले का है जहां में भीषण मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मियों की जान गई . हालांकि  दो आतंकवादी भी इसमें मारे गए . इसी क्रम में फरार आतंकवादियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन के तहत सुरक्षा बलों ने जुथाना गांव के पंजतीर्थी में सोमवार दोपहर को एक नया घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) शुरू किया. आज पौ फटते ही इस ऑपरेशन में तेज़ी आ गई.

भारतीय सेना की राइजिंग स्टार कोर (rising star corps ) ने  सोशल मीडिया एक्स (X ) के हैंडल पर , तलाशी और खात्मे के मकसद से शुरू किए इस ऑपरेशन साफियां (safiyan II  ) की जानकारी दी है . ताज़ा घटनाक्रम के बारे में कोर की इस पोस्ट  में कहा गया है कि  31 मार्च की रात संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने पर यह ऑपरेशन शुरू किया गया था जिसमें गोलीबारी हुई . सुबह की पहली किरण के साथ ही यह ऑपरेशन फिर लांच किया गया जो अभी तक जारी है . इस ऑपरेशन में भारतीय सेना के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान शामिल हैं .

अधिकारियों ने बताया  कि हेलीकॉप्टर, ड्रोन, बुलेटप्रूफ वाहन और खोजी कुत्ते ऑपरेशन  में मदद कर रहे हैं. हालांकि छिपे हुए आतंकवादियों की सही संख्या अज्ञात है, लेकिन सुरक्षा अधिकारियों को शक  है कि वे पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े हो सकते हैं. यह भी माना जा रहा है  है कि “संदिग्ध वही गुट  हो हैं जो पिछली मुठभेड़ के दौरान सानियाल गांव से फरार होने में कामयाब रहा .”

यह नवीनतम गोलीबारी कठुआ में पिछले नौ दिनों में तीसरा बड़ा आतंकवाद विरोधी अभियान है.  पहली मुठभेड़ 23 मार्च को हुई थी, जब सुरक्षा बलों का , अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास हीरानगर सेक्टर में स्थित सानियाल गांव में , संदिग्ध जैश आतंकवादियों से शुरुआती  आमना सामना हुआ था .

हालांकि आतंकवादी उस वक्त निकल  भागने में कामयाब रहे, लेकिन  हथियारों का एक जखीरा छोड़ गए थे . इसमें   अमेरिका निर्मित एम4 कारबाइन  की मैगजीन भी शामिल थी.  दूसरी मुठभेड़ 29 मार्च को हुई जिसमें  भीषण गोलीबारी . इसके नतीजे में चार पुलिस कर्मियों की जान चली गई और कई ज़ख़्मी  हो गए. उस ऑपरेशन में दो आतंकवादी भी  मारे गए . यहां भी सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से हथियारों और गोला-बारूद का एक जखीरा बरामद किया.

इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पिछले सप्ताह कठुआ में हुई मुठभेड़ में शामिल आतंकवादियों की कथित रूप से मदद करने के आरोप में एक परिवार के छह सदस्यों को हिरासत में लिया है.

 बताया जाता है  कि हिरासत में लिए गए छह लोग आतंकवादी  नेटवर्क में  एक ओवरग्राउंड वर्कर के परिवार के सदस्य हैं, जो पिछले साल कठुआ के बदनोटा गांव में सेना के काफिले पर हमला करने वाले आतंकवादियों को रसद मुहैया कराने की मदद  के आरोप में पहले से ही जेल में है. उस घटना में  पांच सैनिकों की जान गई थी.