शहीद सैनिकों के परिवारों के कल्याण के लिए असम के सीएम के ऐलान

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असम के सैनिक
असम की राजधानी गुवाहाटी में 1971 के युद्ध के दिग्गजों का सम्मान करते रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह. साथ में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा.

कर्तव्य के लिए अपने प्राणों तक की आहुति देने वाले असम के सैनिकों के परिवारों को राज्य सरकार अब 50 लाख रुपये देगी. साथ ही उस परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी. असम के सैनिकों के बारे में ये ऐलान आज असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने , 1971 की जंग में हिस्सा लेने वाले जवानों के सम्मान में हुए एक कार्यक्रम में किया. यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थे. उन्होंने इस मौके पर अपने संबोधन में, अक्सर विवाद में रहने वाले सेना की विशेष शक्तियों वाले क़ानून का ज़िक्र किया और कहा कि भारतीय सेना तो खुद चाहती है कि सेना को आंतरिक सुरक्षा के मामले से दूर रखा जाए.

असम के सीएम बोले :

असम के सैनिक
असम की राजधानी गुवाहाटी में 1971 के युद्ध के दिग्गजों का सम्मान करते रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह. साथ में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा.

असम की राजधानी गुवाहाटी में 1971 के युद्ध के दिग्गजों के सम्मान में ये कार्यक्रम शनिवार को आयोजित किया गया था. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शहीद सैनिकों के परिवारों के कल्याणार्थ और भी काम करने की इच्छा ज़ाहिर की. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आगे भी जवानों के लिए हरसंभव कोशिश करती रहेगी. उन्होंने कहा कि मुझे बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमारी सरकार ने भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए कई फैसले लिए हैं. मेडिकल कॉलेजों में भूतपूर्व सैनिकों के बच्चों के लिए आरक्षण को बढ़ाया गया है. ग्रुप C और ग्रुप D में 2% आरक्षण को फिर से शुरू किया. श्री सरमा ने कहा कि कहा कि जो सैनिक देश के लिए अपनी जान गंवाते हैं उनके आश्रितों को अब 20 लाख की बजाय 50 लाख रुपये तो दिए ही जाएंगे, साथ ही परिवार में किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी.

अफस्पा पर बोले राजनाथ सिंह :

असम के सैनिक
असम की राजधानी गुवाहाटी में 1971 के युद्ध के दिग्गजों के सम्मान समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह.

वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) एक्ट 1958 (armed forces (special powers) act (AFSPA), 1958) बहुत सारी जगह से हटाया जा चुका है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस बार भारत चीन (इंडो-चाइना) टकराव के समय मैंने अपने सेना के शौर्य और पराक्रम को देखा और मेरा भरोसा पक्का हो गया कि दुनिया की कितनी बड़ी ताकत हो वो भारत माता के शीश को नहीं झुका सकती है.

राजनाथ सिंह ने कहा कि यह कोई छोटी बात नहीं है कि पूर्वोत्तर के राज्यों में पिछले 3-4 साल से अफस्पा हटाने का काम किया जा रहा है. उनका कहना था कि हाल ही में असम के 23 जिलों से अफस्पा (AFSPA) को पूरी तरह से हटा दिया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मणिपुर और नगालैंड के 15 पुलिस थानों से ये हटाया जा चुका है जो अपने आप में बहुत मायने रखता है. उन्होंने कहा कि यह इस क्षेत्र में स्थायी शांति और स्थिरता का परिणाम है.