भारत के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से सैनिकों के ‘नाम गायब’ !

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राष्ट्रीय युद्ध स्मारक
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में गुदे शहीदों के नाम (प्रतीकात्मक फोटो)

भारत के सैनिकों की याद को समर्पित पहले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में कुछ शहीदों के नाम गायब मिलने की शिकायतें आनी शुरू हो गई हैं. दिल्ली में 25 फरवरी को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के शहीद सैनिकों को समर्पित इस युद्ध स्मारक का अनावरण किया था जिसकी दीवार पर 25 हज़ार ऐसे सैनिकों के नाम सुनहरे अक्षरों में लिखे गये थे जिन्होंने युद्ध के दौरान, घुसपैठियों से निपटने में अथवा किसी और ऐसे ही आपरेशन वगैरह में अपने प्राणों की आहुति दी थी.

इण्डिया गेट के पास बनाये गये राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की दीवार पर कुछ दिवंगत सैनिकों के नाम न होने का पता तब चला जब उनके परिवारों ने इस बाबत सेना को संपर्क करना शुरू किया. हाल ही में एक महिला ने अपने उस बेटे का नाम दीवार से गायब पाया जिसकी जम्मू कश्मीर में घुसपैठियों के खिलाफ एक ऑपरेशन में जान गई थी. ये सैनिक राष्ट्रीय राइफल्स में था. सेना ने उस सैनिक की यूनिट से विवरण मांगा है ताकि तस्दीक करने के साथ साथ सैनिक का नाम दीवार पर उकेरा जा सके.

ऐसा ही एक और मामला नौसेना की महिला अधिकारी का है जो पायलट थीं. किसी शख्स ने उनका नाम भी दीवार पर न होने की शिकायत दी है. इस तरह की कुछ शिकायतें या मामले सामने आये हैं. इन मामलों की जांच के बाद ब्योरा मिलने पर सैनिकों के और नाम दीवार पर लिखे जायेंगे. हालांकि एक अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि इस दीवार पर उन्हीं सैनिकों के नाम लिखे जाने हैं जिन्होंने ड्यूटी करने के दौरान प्राण दिए थे.

चक्रव्यूह के आकार की बनाई गई ग्रेनाइट (पत्थर) की इस दीवार पर सुनहरे रंग से सैनिकों के नाम लिखे गये हैं. गोलाकार में बनी यहाँ दीवारें अलग अलग चक्र को प्रतिबिम्बित करती हैं. ये हैं अमर चक्र, वीरता चक्र, त्याग चक्र और रक्षक चक्र.