पुलिस-सेना के बड़े अफसरों को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान से चोट पहुंची

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साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर
पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हूडा

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से चुनाव लड़ रही विवादित साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के, महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद निरोधक दल (एंटी टेररिस्ट स्क्वैड – ATS) के प्रमुख हेमंत करकरे की मृत्यु से सम्बन्धित दिए गये बयान की, भारत के 8 पुलिस संगठनों के पूर्व प्रमुखों ने निंदा और रोष व्यक्त करते हुए इस सिलसिले में बयान जारी किया है. रविवार को जारी इस बयान में इन पूर्व पुलिस अधिकारियों ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर के कथन को घिनौना और खेदजनक बताया है.

बयान पर दस्तखत करने वालों में जूलियो फ्रांसिस रिबेरो और प्रकाश सिंह भी हैं. वहीं पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक के हीरो रहे पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हूडा ने भी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के इस बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि शहीद सेना से हो या पुलिस से, उनके प्रति पूरा सम्मान दिखाया जाना चाहिए.

भारतीय पुलिस सेवा के महाराष्ट्र कैडर के अधिकारी हेमंत करकरे 26 /11 के मुंबई हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों के हाथों मारे गये थे. वहीं खुद आतंकवादी मामलों में अभियुक्त रही साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने हाल ही में बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि हेमंत करकरे को उन्होंने श्राप दिया था जिससे उनकी मौत हुई. प्रज्ञा ठाकुर केंद्र सरकार में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी – BJP) की, भोपाल लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार हैं.

इस साझा बयान पर दस्तखत करने वालों में पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक जूलियो फ्रांसिस रिबेरो, उत्तर प्रदेश और असम पुलिस प्रमुख के अलावा सीमा सुरक्षा बल (बी एस एफ – BSF) के भी प्रमुख रहे प्रकाश सिंह के साथ साथ जिन छह और सेवानिवृत्त अधिकारियों ने विवादित साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान की आलोचना की है वो हैं : केरल पुलिस के पी के एच थरकन व जैकब पुनूसे राष्ट्रीय पुलिस अकेडमी (हैदराबाद) के कमल कुमार , महाराष्ट्र के संजीव दयाल , असम और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के प्रमुख जयंत एन चौधरी और मेघालय के एन रामचन्द्रन.

बयान में कहा गया है कि अपने कर्तव्य की बेदी पर कुर्बान होने वाले पुलिस कर्मियों के प्रति देश को अहसानमंद होना चाहिये. बयान में कहा गया है कि केंद्र सरकार में रूतबे वाला ओहदा छोड़कर हेमंत करकरे आतंकवाद से लड़ाई लड़ने के लिए महाराष्ट्र पुलिस के एंटी टेरर स्क्वैड में आये थे. वह आतंकवादियों की धरपकड़ और जांच में जुटे थे ताकि हम सब अपने घरों में चैन की नींद सो सकें.