उत्तराखण्ड की पहाड़ियों में भारतीय सेना की कालीधर बटालियन का रुद्रशिला अभियान

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सफेद पानी में राफ्टिंग अभियान ‘रूद्रशिला’ को जैसलमेर मिलिटरी स्टेतशन से रवाना किया गया.

भारतीय सेना की कालीधर बटालियन के स्थापना दिवस के मौके पर सफेद पानी में राफ्टिंग अभियान ‘रुद्रशिला’ को जैसलमेर मिलिटरी स्टेशन से रवाना किया गया. बैटल एक्स डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल तरुण कुमार आइच ने बुधवार को झंडी दिखाकर रवाना किया. अभियान बैटल एक्स डिवीजन के तत्वावधान में कालीधर बटालियन की ओर से संचालित किया गया है जिसका नेतृत्व मेजर रविकांत गौरव कर रहे हैं.

कालीधर बटालियन 75वां स्थापना दिवस मना रही है और इसी उपलक्ष्य में ‘रुद्रशिला’ अभियान आयोजित किया गया है. ‘रुद्रशिला’ नाम उत्तराखंड की पहाड़ियों में अवस्थित गंगा नदी की सहायक नदी रुद्रप्रयाग पर रखा गया है. कालीधर बटालियन की स्थापना 1 नवम्बपर, 1943 को हुई थी और इसने भारतीय सेना के सभी बड़े ऑपरेशंस में हिस्सा लिया है. वर्ष 1953 में कोरिया में तैनाती और वर्ष 2005-06 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में तैनाती भी इन ऑपरेशंस में शामिल है.

मेजर रविकांत की अगुआई वाले अभियान दल में दो अधिकारी, चार जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) और 18 जवान शामिल हैं. यह अभियान दल रुद्रप्रयाग से ऋषिकेश तक कुल मिलाकर 140 किलोमीटर का फासला तय करेगा. इसका संचालन 1 अक्टूबर से 4 अक्टूबर तक किया जाएगा.

मेजर जनरल तरुण कुमार आइच ने अभियान दल को रवाना करने के मौके पर कहा कि इस तरह के अभियान रोमांच, टीम वर्क, नेतृत्व और भारी दबाव में ऑपरेशंस से जुड़े कार्यों को सटीक ढंग से पूरा करने की क्षमता को दर्शाते हैं. यह भारतीय सेना की अंतर्निहित क्षमता है.