दरअसल इस ऑपरेशन की शुरुआत तब हुई शनिवार (15 फरवरी 2025 ) को, लॉन्ग आइलैंड से 2 समुद्री मील के फासले पर , नियमित गश्त के दौरान पीएमएफ रंगट के दल ने जंगलीघाट की एक संकटग्रस्त डोंगी को बहते हुए देखा. इसमें 10 मछुआरे सवार थे जो समुद्र में मछली पकड़ने निकले थे. बीच समुद्र में इनकी डोंगी का इंजन फेल हो गया था. मुसीबत में फंसे यह मछुआरे मदद के लिए पुकार कर रहे थे. तभी पीएमएफ की इस टीम की इन पर नज़र पड़ी जिसके सदस्य फास्ट इंटरसेप्टर बोट संटूक ( fib suntook ) पर सवार थे और जिसका नेतृत्व सब इन्स्पेक्टर ( मास्टर ) अब्दुल लतीफ़ कर रहे थे. सब इंस्पेक्टर संदीप शान , हवलदार सेमसन और सिपाही एन जैनुदीन की टीम उनके साथ थी.
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पीएमएफ बोट की टीम सुरक्षित ढंग से संकटग्रस्त मछुआरों की डोंगी तक पहुंची. पता चला कि वह सब मछुआरे जंगलीघाट के रहने वाले हैं . कुछ तकनीकी सहायता देकर पीएमएफ दल उनकी डोंगी को अपनी बोट से बांधकर रंगट के समुद्री तट की गोदी ( rangat bay jetty ) पर ले आया ताकि डोंगी को दुरुस्त किया जा सके. ठीक से जांच परख करने पर उन्होंने पाया कि डोंगी में लगे महेन्द्रा पिक अप के इंजन में किसी तरह की इलेक्ट्रिक गड़बड़ी थी जिससे इंजन स्टार्ट होने में दिक्कत आ रही थी . इस खामी को तुरंत ठीक किया गया ताकि डोंगी श्री विजयपुरम स्थित जंगलीघाट के सुरक्षित सफ़र कर पर जा सके.
पीएमएफ रंगट की नाव एफआईबी संटूक पर तैनात दल को इस त्वरित ऑपरेशन के लिए विभाग की तरफ से बधाई दी गई है. वरिष्ठ अधिकारियों ने दल की सार्वजनिक तौर पर प्रशंसा करते हुए शाबाशी दी है.