पाकिस्तान ने अपनी सबसे शक्तिशाली गुप्तचर एजेंसी इंटर सर्विसेज़ इंटेलिजेंस (आईएसआई – ISI) के चीफ को अचानक बदल दिया है. लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर को अभी बमुश्किल आठ महीने ही हुए थे कि उनकी जगह फैज़ हमीद को आईएसआई का प्रमुख बनाने का ऐलान कर दिया गया. फैज़ हमीद को इसी साल अप्रैल में ही तरक्की देकर पाकिस्तानी सेना में मेजर जनरल से लेफ्टिनेंट जनरल बनाया गया था और उन्हें सेना मुख्यालय में ऐड्जूटेंट जनरल के ओहदे पर तैनात किया गया था. वहीं अक्टूबर में आईएसआई के तत्कालीन प्रमुख के रिटायर होने पर असीम मुनीर को इस गुप्तचर एजेंसी का प्रमुख बना दिया गया था.
पाकिस्तान सेना के मीडिया विभाग आईएसपीआर की तरफ से रविवार को रावलपिंडी से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक़ आईएसआई के महानिदेशक के ओहदे से तबादला करके सैयद असीम मुनीर अहमद शाह को सेना की गुजरांवाला कोर का कमान्डर बनाया गया है. सेना के कुछ और अधिकारियों का भी तबादला किया गया है.
भारत में 80 के दशक में पंजाब और फिर कश्मीर में आतंकवाद को हवा देने के इलज़ाम को लेकर हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाली आईएसआई पर अफगानिस्तान में तालिबान समेत कुछ आतंकवादी संगठनों को संमर्थन देने व इस्तेमाल करने के इलज़ाम भी लगातार लगते रहे हैं.
आईएसआई के महानिदेशक के ओहदे को सबसे ज्यादा शक्तिशाली माना जाता है क्यूंकि इस ओहदे को सम्भालने वाला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को सीधे रिपोर्ट करता है. आम तौर पर इस ओहदे पर तीन साल की तैनाती होती है इसीलिए मुनीर अहमद को आईएसआई के महानिदेशक पद से इतनी जल्दी हटाए जाने को लेकर तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं.
उनका इस पद से हटना और फैज़ हमीद का उनकी जगह आई एस आई का महानिदेशक बनना, पाकिस्तानी वर्तमान सत्ता पर सेना के प्रभुत्व के और बढ़ने के तौर पर देखा जा रहा है. पहले भी आईएसआई में तैनात रह चुके लेफ्टिनेंट जनरल फैज़ हमीद को ज्यादा कट्टरपंथी माना जाता है.