
नेपाल की सेना ने पूरे जोश खरोश के साथ अपना 262 वां स्थापना दिवस मनाया . इत्तेफाक से इस बार स्थापना दिवस हिंदू त्योहार महाशिवरात्रि के पर्व पर ही था. इस उपलक्ष्य में टुंडीखेल स्थित आर्मी पैवेलियन ( tundikhel army pavilion) में एक विशेष समारोह आयोजित किया.
सेना के स्थापना दिवस समारोहों में शामिल होने के लिए नेपाली सेना ( nepali army ) के निमंत्रण पर मंगलवार को भारत के पूर्व 6 सेनाध्यक्ष भी पहुंचे. सबने काठमांडू स्थित विश्व प्रसिद्ध शिवालय पशुपति नाथ में विशेष पूजा अर्चना की.
भारत – नेपाल के बीच सैन्य परम्परा के मुताबिक़ दोनों देशों के सेनाध्यक्ष एक दूसरे के देश की सेना के मानद प्रमुख भी होते हैं. भारत से काठमांडू पहुंचे पूर्व सेनाध्यक्षों में जनरल जोगिंदर जसवंत सिंह, जनरल दीपक कपूर, जनरल विजय कुमार सिंह, जनरल मनोज मुकुंद नरवाने और जनरल मनोज पांडे शामिल हैं . यह पूर्व सेनाध्यक्ष अपनी यात्रा के दौरान नेपाल भर में विभिन्न ऐतिहासिक, धार्मिक और पर्यटन स्थलों का दौरा कर रहे हैं .

इस समारोह में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा, राष्ट्रीय ध्वज और ‘सेना दिवस-2081’ लिखे बैनर आकर्षण का केंद्र रहे. नेपाली सेना ने राइफल और तोप की सलामी के साथ-साथ विभिन्न सैन्य अभ्यास, पारंपरिक नृत्य और संगीत कार्यक्रम पेश किए . इसके अलावा शांति अभियानों में इस्तेमाल किए जाने वाले सेना के वाहन, उपकरण और हथियार प्रदर्शित किए गए.
इस कार्यक्रम में नेपाल के उपराष्ट्रपति रामसहाय प्रसाद यादव, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, मुख्य न्यायाधीश प्रकाश मान सिंह राउत, अन्य पदाधिकारी और शीर्ष सरकारी अधिकारी मौजूद थे.