दुनिया के सबसे बड़े वर्दीधारी युवा संगठन, राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स (एनसीसी) कल (22 नवंबर, 2020) को अपना 72वां स्थापना दिवस मनाएगा. स्थापना दिवस से पूर्व, राष्ट्र के लिए अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों को आज राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार और एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चोपड़ा ने पूरे एनसीसी समुदाय की ओर से शहीद नायकों को पुष्पचक्र अर्पित किया. एनसीसी स्थापना दिवस के अवसर पर पूरे भारत में कैडेटों ने रक्तदान शिविर और सामाजिक विकास कार्यक्रमों में हिस्सा लिया.
रक्षा सचिव अजय कुमार ने कहा कि एनसीसी कैडेट्स ने कोविड-19 महामारी के दौरान निःस्वार्थ रूप से सेवा के रूप में, इस महामारी से लड़ने के उपायों के बारे में जागरुकता फैलाते हुए कोरोना योद्धाओं के रूप में एनसीसी की ओर से अपना अप्रतिम योगदान दिया. कैडेट और एसोसिएट एनसीसी अधिकारी एक उदाहरण के रूप में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’, ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘फिट इंडिया’ जैसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. कैडेटों ने स्वच्छ अभियान, ‘मेगा प्रदूषण पखवाड़ा’ में हिस्सा लिया और ‘डिजिटल साक्षरता’,‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’,‘वृक्षारोपण’ और टीकाकरण कार्यक्रमों आदि जैसी विभिन्न सरकारी पहलों के बारे में जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को देश के सीमांत और तटीय क्षेत्रों में राष्ट्रीय कैडेट कोर कवरेज के विस्तार के लिए एक योजना का ऐलान किया था. सीमावर्ती जिलों, तटीय तालुकों और तालुका आवास वायु सेना स्टेशनों पर ध्यान केंद्रित करते हुए सेना, नौसेना और वायु सेना तीनों में एक लाख अतिरिक्त कैडेटों के विस्तार की योजना बनाई गई है. रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने पुष्पचक्र अर्पित करने के बाद कहा कि हमारी सीमा और तटीय जिलों में एनसीसी का विस्तार इन क्षेत्रों के युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगा. राष्ट्र हमारे युवाओं में भ्रातृत्व, अनुशासन, राष्ट्रीय एकता और निस्वार्थ सेवा के मूल्यों को विकसित करने के लिए एनसीसी से आशान्वित है.
एनसीसी की बहुमुखी गतिविधियां और विविध पाठ्यक्रम, युवाओं को आत्म-विकास के लिए अद्वितीय अवसर प्रदान करते हैं. कई कैडेटों ने खेल और रोमांच के क्षेत्र में अपनी उल्लेखनीय उपलब्धियों से राष्ट्र और संगठन को गौरवान्वित किया है.