आर्मी वेलफेयर हाउसिंग ऑर्गनाइजेशन (एडब्ल्यूएचओ -AWHO) अब सैनिकों के लिए घर निर्माण करने के बजाय रियायती दरों पर प्रतिष्ठित निजी बिल्डरों से घरों की खरीददारी करने की सुविधा प्रदान करेगा. इसकी शुरुआत टाटा ग्रुप की कम्पनी टाटा रियल्टी एंड हाउसिंग के साथ हुए समझौते से की गई है.
रक्षा मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक़ भारतीय सेना और टाटा रियल्टी एंड हाउसिंग के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर गुरुवार को हस्ताक्षर किये गए. इस समझौते के प्रावधान भारतीय सेना के कर्मियों को तुरंत 11 से 27 प्रतिशत छूट के साथ गुरुग्राम, चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे सहित 10 शहरों में फैली टाटा रियल्टी पैन इंडिया की परियोजनाओं में 13 ‘रेडी टू मूव इन’ (Ready to Move)आवासीय इकाइयों को तुरंत खरीदने में सक्षम बनायेंगे.
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इससे आर्मी वेलफेयर हाउसिंग ऑर्गनाइजेशन (एडब्ल्यूएचओ) के लिए एक नए युग की भी शुरुआत होती है. इस करार ने सेना के उन जवानों के लिए गुणवत्तापूर्ण आवास उपलब्ध करने का प्रयास किया है जो देश भर में दूरस्थ स्थानों पर तैनात हैं.