भारतीय सेनाओं के संदर्भ में उत्तर भारत में होने वाले प्रमुख आयोजनों में से एक मिलिटरी लिटरेचर फेस्टिवल (military literature festival ) इस बार 2 और 3 दिसंबर को चंडीगढ़ में दो साल के अंतराल के बाद हो रहा है. ये फेस्टिवल 2017 में शुरू हुआ था और चंडीगढ़ की पहचान बन चुकी सुखना लेक के मुहाने पर हर साल होता था. 2019 में वैश्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण के कारण मिलिटरी लिटरेचर फेस्टिवल दो साल यानि 2020 और 2021 में यहां नहीं हो पाया था. अलबत्ता इस दौरान ये फेस्टिवल ऑनलाइन ज़रूर अपनी उपस्थिति दर्ज कराता रहा. अबकी बार ये फिर वहीं हो रहा है लेकिन इसके दिन पहले के मुकाबले घटाकर 2 कर दिए गए हैं.
चंडीगढ़ के मिलिटरी लिटरेचर फेस्टिवल के इस संस्करण के कार्यक्रमों का ब्यौरा मिलिटरी लिटरेचर फेस्टिवल सोसायटी के चेयरमैन लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) टीएस शेरगिल ने आज चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस में दिया. फेस्टिवल में देशभर से लोग और सेना से जुड़ी हस्तियां शिरकत करेंगी. उन्होंने बताया कि फेस्टिवल पहले की ही तरह सुखना झील (sukhna lake) पर किया जाएगा. देश – विदेश में भी लाखों लोग आनलाइन भी मिलिटरी लिटरेचर फेस्टिवल का हिस्सा बन सकेंगे. लेफ्टिनेंट जनरल शेरगिल ने कहा, यह फेस्टिवल राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है. जनरल शेरगिल ने बताया कि इस बार फेस्टिवल का थीम भारतीय सेनाओं द्वारा 75 वर्षों से देश की सेवा को समर्पित रखा गया है.
मिलिटरी लिटरेचर फेस्टिवल 2022 का उद्घाटन पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित करेंगे. समापन समारोह में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान शिरकत करेंगे. जनरल शेरगिल ने कहा कि इस फेस्टिवल का आयोजन देश के युवाओं को भारतीय सेनाओं के साहस और बहादुरी वाले कारनामों से जुड़े इतिहास के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ युवाओं को देश की सेनाओं में जाने के लिए प्रेरित करना भी है.
मिलिटरी लिटरेचर फेस्टिवल 2022 के तहत 27 नवंबर को मोटरसाइकिल राइड का आयोजन किया जाएगा जिसमें 660 से ज्यादा मोटरसाइकिल सवार हिस्सा लेंगे. यह आयोजन 1962 युद्ध के शहीदों की याद में आयोजित किया जाएगा. कार्यक्रम से दुनिया भर के लोगों को जोड़ने के लिए इसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म फेसबुक और अन्य माध्यमों से भी लाइव प्रस्तुत किया जाएगा. पंजाब व हरियाणा की संयुक्त राजधानी ट्राईसिटी चंडीगढ़ के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के स्कूलों और कॉलेजों के भी विद्यार्थी भी मिलिटरी लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल होकर इसका हिस्सा बनेंगे.