बृहस्पतिवार को चिनार कोर का कार्यभार लेने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने श्रीनगर में बादामी बाग़ छावनी स्थित कोर स्मारक पर , कर्तव्य के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले सैनिकों, पुष्प चक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि अर्पित की.
कौन हैं चिनार कोर के नए कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई :
कश्मीर की जनता को शुभकामनाएं देते हुए चिनार कोर के नए कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने क्षेत्र में शान्ति और समपन्नता को बढ़ाव देने का अपना संकल्प दोहराया. उन्होंने कोर मुख्यालय में भारतीय सेना के अधिकारियों से बैठक की. लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कश्मीर के नागरिकों से जुड़ने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाने की ज़रुरत पर ज़ोर दिया . उन्होंने चिनार योद्धाओं से कहा कि हमें मिलजुल कर शांति और विकास के लिए काम करना होगा.
चिनार कोर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर संदेश में कहा गया है कि कोर कमांडर ने आतंकवाद के ढाँचे को छिन्न भिन्न करने के लिए सिविल समाज को सुरक्षा बलों की एकता पर बल दिया . लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने संयुक्त प्रयासों के ज़रिये कश्मीर को उसके शानदार इतिहास और विकास के करीब ले जाने के लिए कदम उठाने की बात कही .
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई इंडियन मिलिटरी एकेडमी (देहरादून ) के छात्र रहे हैं . उन्होंने 1989 में भारतीय सेना की कुमाऊं रेजीमेंट में कमीशन हासिल किया था. सेना में अपने 33 साल के लम्बे करियर के दौरान उन्होंने बतौर प्रतिष्ठित कमानों के कमान अधिकारी , स्टाफ और अन्य अहम ओहदों पर सेवाएं दी हैं .
चिनार कोर क्या है :
भारतीय सेना की उत्तरी कमांड के अधीन 15 वीं कोर को चिनार कोर कहा जाता है. चिनार एक वृक्ष है जो कश्मीर में बेहद लोकप्रिय है जिसको कश्मीरी संस्कृति में एक पवित्र वृक्ष की तरह सम्मान दिया जाता है . चिनार वृक्ष के नाम पर ही इसका नामकरण हुआ . कोर का प्रतीक भी चिनार वृक्ष का पता है . चिनार कोर का इतिहास सौ साल से भी ज्यादा पुराना है. चिनार कोर ( chinar corps ) 15 कोर का मुख्य परिचालन क्षेत्र ( area of operation ) कश्मीर है जिसमें पाकिस्तान के साथ नियंत्रण रेख वाला बड़ा हिस्सा भी शामिल है .इसने आज तक पाकिस्तान और चीन के साथ सभी सैन्य संघर्षों में हिस्सा लिया है.