लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा सेना की उत्तरी कमांड के नए जीओसी

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लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में किए गए नरसंहार के कारण  भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे  नए तनावपूर्ण माहौल में भारतीय सेना (indian army) से जुडी एक ख़ास खबर आई है . थल सेना की उत्तरी कमांड को लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा के रूप में नया कमांडर मिला है.
लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा , 30 अप्रैल को अपना 15 महीने का कार्यकाल पूरा करके रिटायर हो रहे उत्तरी कमांड के वर्तमान प्रमुख , लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिन्द्र कुमार का स्थान लेंगे . जनरल शर्मा की इस नियुक्ति के बारे में चर्चा पहले से ही थी. वैसे सरकार ने इस बारे में  28 अप्रैल को आदेश जारी किए.
किन किन पदों पर रहे : 
लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा  वर्तमान में भारतीय थल सेना के उप प्रमुख (रणनीति) के पद पर हैं. इससे पहले वह  सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ DGMO) के ओहदे पर थे.  लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा पूर्व  में सेना की द्वितीय कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग थे.

उन्होंने 19 दिसंबर 1987 को भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से मद्रास रेजिमेंट की दूसरी बटालियन में कमीशन पाया था .  37 साल से ज्यादा  के अपने विशिष्ट करियर में उन्होंने विविध क्षेत्रों में सेवा की है और कई स्टाफ और निर्देशात्मक नियुक्तियां की हैं.  उन्होंने देश और विदेश में विभिन्न ऑपरेशनों में हिस्सा लिया है,  ब्रिगेडियर के पद पर पदोन्नत होने पर,प्रतीक शर्मा ने   जम्मू और कश्मीर में 80 इन्फैंट्री ब्रिगेड की कमान संभाल थी .

लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने एक मेजर जनरल के रूप में जीओसी 25 इन्फैंट्री डिवीजन और महानिदेशक डीजी सूचना युद्ध के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्होंने  द्वितीय कोर के कमांडर के रूप में कार्य किया है.

थल सेना की उत्तरी कमान :
उत्तरी कमान भारतीय सेना की एक अहम  कमान है जिसके कार्यक्षेत्र में भारत के जम्मू कश्मीर और लदाख से सटी पाकिस्तान व चीन की सीमा भी आती है . उत्तरी कमांड को  मूल रूप से 1908 में ब्रिटिश भारतीय सेना की उत्तरी सेना के रूप में गठित किया  गया था.  1947 में ब्रिटिश हुकूमत से आज़ादी मिलने के बाद  इसे समाप्त कर दिया गया लेकिन  बाद में 1972 में इसे फिर से स्थापित किया गया.

  वर्तमान में उत्तरी कमांड के तहत थल सेना की लेह मुख्यालय स्थित 14 कोर , श्रीनगर मुख्यालय स्थित 15 कोर ,उत्तर प्रदेश के मथुरा मुख्यालय  स्थित प्रथम  कोर  और नगरोटा मुख्यालय वाली 16 कोर आती है .