भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा असम राइफल्स के महानिदेशक नियुक्त किया गया है . वह 31 जुलाई 2024 को रिटायर हो रहे लेफ्टिनेंट जनरल पी सी नायर ( lt gen p c nair ) से असम राइफल्स की कमान स्वीकार करेंगे. उत्तराखंड के गढ़वाल के मूल निवासी लेफ्टिनेंट जनरल लखेड़ा इससे पहले भी असम राइफल्स में बतौर महानिरीक्षक ( inspector general ) के ओहदे पर रहे हैं.
थल सेना में मेजर जनरल रहते श्री लखेड़ा ने अर्द्ध सैनिक बल असम राइफल्स के महानिरीक्षक ( उत्तर क्षेत्र ) के पद पर सेवा दी थी लेकिन इसी साल लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर तरक्की के साथ ही उन्हें सेना मुख्यालय में तैनाती दी गई थी. असम राइफल्स युन्न तो भारत का अर्द्ध सैनिक बल है जिसकी ज़िम्मेदारी का मुख्य क्षेत्र पूर्वोत्तर भारत के असम और आसपास के अन्य सीमान्त राज्यों के सुरक्षा बन्दोबस्त संभालने की है और यह केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है लेकिन यह सेना के जनरल स्तर के अधिकारियों के सुपरविज़न में काम करता है . यही कारण है जो केंद्र सरकार की कैबिनेट के नियुक्ति मामलों की समिति ने इस पद के लिए उनके नाम की मंज़ूरी दी है .
पचपन वर्षीय लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा ( lt gen vikas lakhera ) मूलरूप से टिहरी गढ़वाल के जखंड गांव के निवासी हैं हालांकि वर्तमान में उनका परिवार देहरादून के वसंत विहार में रहता है. जनरल विकास लखेड़ा ने डीएवी पीजी कॉलेज से स्नातक किया है. भारतीय सैन्य अकादमी ( indian military academy – ima ) से पास होने के साथ ही उन्होंने 4 सिख लाइट रेजीमेंट में कमीशन हासिल किया.
फौजी कुनबे वाले :
सेना में सेवा के दौरान वह जम्मू-कश्मीर के आतंक प्रभावित क्षेत्रों से लेकर उत्तर-पूर्व के नगालैंड, असम और अरुणाचल प्रदेश में तैनात रहे हैं. एक अनुभवी सैन्य अधिकारी होने के साथ-साथ विकास लखेड़ा एक कुशल खिलाड़ी, संगीत प्रेमी और कई भाषाओं के जानकार भी हैं. उनके पिता विष्णु प्रसाद लखेड़ा भारतीय सेना की सिख रेजीमेंट में थे और बाद में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ – bsf ) में उप महानिरीक्षक (डीआईजी ) भी रहे हैं. उनके बहनोई यानि छोटी बहन के पति वीरेंद्र सिंह भी सेना में कर्नल हैं और छोटे भाई असीम लखेड़ा इंजीनियर रेजीमेंट में कर्नल रैंक पर तैनात हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा को मिले विभिन्न सम्मान :
26 फरवरी 1969 को पैदा हुए लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए कई प्रमुख सैनिक सम्मान मिल चुके हैं जिसमें अति विशिष्ट सेना मेडल, सेना मेडल, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड और दो जीओसी-इन-सी कमेंडेशन कार्ड शामिल हैं. हाल ही में उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा एवीएसएम से भी सम्मानित किया गया है .