दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक भारतीय सेना को इसी महीने के आखिरी दिन नया प्रमुख मिलने वाला है. भारत सरकार ने घोषणा की है कि लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ( lt gen upendra dwivedi ) 30 जून को जनरल मनोज सी पांडे से सेना प्रमुख का पदभार ग्रहण करेंगे. परम विशिष्ट सेवा पदक और अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी वर्तमान में सेना के उप प्रमुख हैं और 30 जून की दोपहर को कार्यभार संभालेंगे, जिस दिन जनरल पांडे पद से मुक्त होंगे.
1 जुलाई 1964 को जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी को 15 दिसंबर, 1984 को भारतीय सेना की एक पैदल सेना रेजिमेंट (infantry regiment ) जम्मू और कश्मीर राइफल्स में नियुक्त किया गया था. लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी को 60 वर्ष की आयु के नियम के मुताबिक़ तो 30 जून को ही सेवामुक्त हो जाना चाहिए लेकिन बदले गए नियमों के मुताबिक़ उन्हें 62 वर्ष तक की आयु तक भी सैन्य सेवा का अवसर दिया जा सकता है. ऐसा नियम 4 सितारा जनरल अधिकारी के लिए है . यह नियम तीनों सेनाओं के प्रमुखों के पद के लिए है. ऐसा अधिकारी अधिकतम तीन वर्ष या 62 साल की उम्र तक , जो भी पहले हो , सेना प्रमुख हो सकता है .
वैसे वर्तमान सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे का मामला अपवादों में से एक है. उन्हें बीते महीने यानि मई में रिटायर होना था लेकिन सरकार ने सेना प्रमुख के तौर पर उनका कार्यकाल एक महीने के लिए यानि 30 जून तक बढ़ा दिया था. जनरल मनोज सी पांडे को 30 अप्रैल, 2022 को सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था.
लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने 40 साल की सैन्य सेवा में अलग अलग कई तरह की जिम्मेदारियां निभाई हैं. कल मंगलवार ( 11 जून 20 14 ) एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया कि उनकी कमांड नियुक्तियों में रेजिमेंट (18 जम्मू और कश्मीर राइफल्स), ब्रिगेड (26 सेक्टर असम राइफल्स), डीआईजी, असम राइफल्स (पूर्व) और 9 कोर की कमान शामिल है. लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में, श्री द्विवेदी ने सेना के उप प्रमुख नियुक्त होने से पहले 2022 से 2024 तक इन्फेंटरी महानिदेशक ( dg infantry ) और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ( GoC in Chief) समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है.
मध्य प्रदेश के रीवा स्थित सैनिक स्कूल , नेशनल डिफेंस कॉलेज और यूएस आर्मी वॉर कॉलेज ( us army war college) से पढ़ाई कर चुके लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने डीएसएससी वेलिंगटन और आर्मी वॉर कॉलेज ( महू ) से भी कोर्स किया है. उन्हें कार्लिस्ले में यूएस आर्मी वॉर कॉलेज में प्रतिष्ठित एनडीसी समकक्ष पाठ्यक्रम में ‘विशिष्ट फेलो’ से सम्मानित किया गया था.
लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी के पास रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में एम फिल और सामरिक अध्ययन और सैन्य विज्ञान में दो मास्टर डिग्री हैं. उन्हें तीन जीओसी-इन-सी कमेंडेशन कार्ड से भी सम्मानित किया गया है.