लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव ने भारतीय सेना की चिनार कोर ( chinar corps ) की कमान संभाली ली है. सेना की उत्तरी कमांड के अधीन रणनीतिक तौर पर बेहद अहम चिनार कोर का मुख्यालय जामु कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में है . चिनार कोर कश्मीर घाटी में आतंकवादियों से लड़ने के अलावा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से सटी भारतीय की सीमा की हिफाजत भी करती है . यह बदलाव जम्मू-कश्मीर में 10 साल के अंतराल के बाद हुए विधानसभा चुनावों के पूरा होने के तुरंत बाद हुआ है.
लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव ( lt gen prashant srivastava ) ने लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ( lt gen rajiv ghai ) से चिनार कोर के कमांडर का कार्यभार संभाला. लेफ्टिनेंट जनरल घई सेना मुख्यालय में सैन्य संचालन के महानिदेशक (director general of military operation ) के रूप में कमान संभालेंगे.
कमान संभालने के बाद, लेफ्टिनेंट जनरल श्रीवास्तव ने बादामी बाग छावनी में चिनार युद्ध स्मारक पर शैड सैनिको को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कश्मीर के नागरिकों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं और घाटी में शांति और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए नागरिक प्रशासन, समाज और नागरिकों के साथ विचारों और कार्यों में तालमेल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
नए चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल श्रीवास्तव ने कहा कि नागरिक समाज और सुरक्षाबलों की मिलकर की जाने वाली कोशिशें ही आतंकवादी ढांचे और दुश्मन के नापाक मंसूबों को खत्म करने का रास्ता है.
उन्होंने कहा, “विभिन्न प्रमुख कार्यक्रमों का सफल आयोजन, बेहतर सुरक्षा मापदंड और स्पष्ट उत्साह घाटी में विकास, प्रगति और स्थिर सुरक्षा स्थिति के प्रति लोगों की इच्छा का प्रमाण है.” लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव ने नागरिक समाज से सुरक्षा बलों के प्रयासों के साथ कश्मीर को शांति और विकास द्वारा परिभाषित भविष्य की ओर ले जाने का आह्वान किया.
जनरल श्रीवास्तव की इस पद पद पर तैनाती के बारे में जारी एक बयान में कहा गया है कि युद्ध में अनुभवी सैनिक लेफ्टिनेंट जनरल श्रीवास्तव ने 34 साल के अपने शानदार सैन्य करियर के दौरान कई प्रतिष्ठित पदों और स्टाफ नियुक्तियों को संभाला. रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र श्रीवास्तव को विशेष रूप से उग्रवाद के उच्च स्तर वाले क्षेत्रों में महत्वपूर्ण युद्ध अनुभव है. इस नियुक्ति से पहले श्रीवास्तव ने अवंतीपोरा स्थित ‘विक्टर फोर्स’ का नेतृत्व किया था, जो दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद विरोधी प्रयासों की देखरेख करने वाली एक महत्वपूर्ण कमान थी. अपनी अनुकरणीय सेवा के लिए पहचाने जाने वाले श्रीवास्तव को 2011 में सेना पदक से सम्मानित किया गया था. उनका व्यापक परिचालन अनुभव ऐसे समय में विशेष रूप से प्रासंगिक है जब घाटी जम्मू क्षेत्र से दक्षिण कश्मीर में घुसपैठ से जुड़े बढ़ते तनाव का सामना कर रही है.
9 जून, 1990 को विशेष बलों ( special forces ) की एक विशिष्ट पैराशूट बटालियन में शामिल श्रीवास्तव ने वेलिंगटन में रक्षा सेवा स्टाफ कोर्स, उच्च कमान कोर्स और अमेरिका में राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज समेत सभी आवश्यक कैरियर पाठ्यक्रम पूरे किए हैं. उनके पास रणनीतिक अध्ययन और दर्शनशास्त्र मे स्नातकोत्तर डिग्री भी है.
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई :
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने जून 2023 में चिनार कोर की कमान संभाली थी . अब शनिवार को चिनार कोर की कमान छोड़ने के बाद उन्होंने श्रीनगर स्थित बादामी बाग़ छावनी में चिनार युद्ध स्मारक पर उन बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने भारत के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया.
अपने विदाई भाषण में, उन्होंने चिनार कोर के सभी रैंकों, जम्मू कश्मीर पुलिस , केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, नागरिक प्रशासन और नागरिकों को कश्मीर में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने में उनके दृढ़ समर्थन के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया और उनके उज्ज्वल व आशाजनक भविष्य की कामना की.