भारतीय सेना में महिला सैनिकों की भर्ती के लिए शुरू की गई कवायद में अब तेज़ी आती दिखाई दे रही है. इसी के तहत मिलिटरी पुलिस के कर्नल कमान्डेंट लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनी ने श्रीनगर में लेफ्टिनेंट कर्नल नंदिनी का इंटरव्यू लिया. लेफ्टिनेंट कर्नल नंदिनी उन गिने चुने अधिकारियों में से होंगी जिन्हें महिला सैनिकों को ट्रेंड करने के लिए इंस्ट्रक्टर तैनात किया जाना है. असम राइफल्स में महिला सिपाहियों को प्रशिक्षित करने वाली मेजर जूली भी इंस्ट्रक्टर टीम में शामिल होंगी.
एक सरकारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक भारतीय सेना में महिला सैनिकों के पहले बैच को प्रशिक्षित करने के लिए चुने जाने वाले अधिकारियों में इंस्ट्रक्टर के तौर पर लेफ्टिनेंट कर्नल नंदिनी का साक्षात्कार लिया गया है. चयन प्रक्रिया पर लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनी ने कहा, “इंस्ट्रक्टर्स का पहला बैच हमारे लिए बहुत अहमियत रखता है क्यूंकि ये आने वाले सैनिकों की नस्लों की नींव रखेगा.
“लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनी ने बताया कि मेजर जूली समेत कुछ और अधिकारियों को इंस्ट्रक्टर दल में शामिल किया जायेगा. मेजर जूली वो अधिकारी हैं जिन्होंने असम राइफल्स के सबसे पहले महिला दस्ते को प्रशिक्षण दिया था.
भारत के अलग-अलग हिस्सों से महिला सैनिकों को भर्ती करने की प्रक्रिया चल रही है और 100 महिलाओं को सैनिक बनाने की ट्रेनिंग बंगलुरु में आने वाले दिसम्बर में शुरू होने की पूरी उम्मीद है. महिला सैनिकों की ट्रेनिंग भी पुरुष सैनिकों जैसी ही होगी जो 61 हफ्ते चलेगी. उन्हें ट्रेनिंग में इस तरह की तैयारी कराई जायेगी कि उन्हें अहसास हो कि वे पहले सैनिक हैं बाद में कुछ और. हरेक साल 100 महिला सैनिकों को प्रशिक्षित करके भारतीय सेना में तब तक शामिल किया जायेगा जब तक उनका 1700 का कैडर नहीं बना जाता.