श्रीनगर. जम्मू एवं कश्मीर में सेना ने रविवार को कहा कि पिछले साल मई में लेफ्टिनेंट उमर फैयाज का अपहरण कर उनकी हत्या करने वाले आतंकी समेत आठ आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है, और इस कार्रवाई में दो जवान भी शहीद हुए हैं. सेना, पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने कहा कि शोपियां और अनंतनाग जिलों में दो विभिन्न अभियानों में दो नागरिकों की मौत हो गई, जबकि एक सुरक्षा अभियान शोपियां में कहीं और चल रहा है.
पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सेना के श्रीनगर स्थित 15 कोर के कमांडर व लेफ्टिनेंट जनरल ए.के. भट्ट ने कहा, “हमारे सभी सुरक्षा बलों के लिए आज बहुत ही विशेष दिन है.”
उन्होंने कहा, “हमने दो अभियानों में आठ आतंकियों को मार गिराया है. आतंकियों के खिलाफ तीसरा अभियान कचदूरा गांव में चल रहा है.”
जनरल भट्ट ने कहा कि लेफ्टिनेंट फैयाज की हत्या के लिए जिम्मेदार दो आतंकियों को भी मार गिराया गया है. अवकाश पर अपने परिवार से मिलने जा रहे फैयाज की आतंकियों ने अपहरण कर हत्या कर दी थी.
उन्होंने कहा, “मेरी युवाओं से अपील है कि वे हथियारों के प्रलोभन में न आएं. जो भी हथियारों का इस्तेमाल करेगा, उससे आज आतंकियों के साथ जैसा बर्ताव किया गया है, ठीक वैसा ही उसके साथ भी किया जाएगा.” उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में लंबे समय बाद रविवार को सबसे बड़ा आतंक रोधी अभियान चलाया गया.
जम्मू एवं कश्मीर पुलिस प्रमुख एस.पी. वैद ने कहा कि मुठभेड़ स्थलों में से एक दियालगाम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने आतंकियों को समर्पण करने के लिए राजी करने के लिये एक विशेष प्रयास किया. समर्पण करवाने के मकसद से उन्होंने दो आतंकियों के परिवार के सदस्यों को बुलाया था.
उन्होंने कहा, “समर्पण करने के बजाए, छुपे आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की, जिसके बाद उनके पास जवाबी कार्रवाई करने के अलावा कोई और चारा नहीं था.” वैद ने कहा, “अभियान में सेना के दो जवान भी शहीद हुए हैं. जबकि सेना, पुलिस और सीआरपीएफ से जुड़े अन्य लोग अभियान में घायल हुए हैं.”