नहीं बच सके जम्मू कश्मीर पुलिस के इंस्पेक्टर मसरूर वानी , दिल्ली एम्स में मृत्यु

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जम्मू-कश्मीर पुलिस के इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी

जम्मू-कश्मीर पुलिस के इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी ने राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में उपचार के दौरान प्राण त्याग दिए. महीना भर पहले  श्रीनगर में  खेल के मैदान में उन पर आतंकवादी हमला हुआ था. इंस्पेक्टर  मसरूर वाणी पर सरे आम फायरिंग करने के बाद हमलावर फरार हो गया था. गोली लगने के एक महीने से अधिक समय बाद गुरुवार को इन्स्पेक्टर वाणी ने दम तोड़ दिया.

इंस्पेक्टर मसरूर वानी  उस समय गोली मार दी गई थी जब वह 29 अक्टूबर, रविवार की दोपहर को अपने आवास के पास ईदगाह मैदान में क्रिकेट खेल रहे थे,गंभीर रूप से घायल होने पर  इलाज के लिए शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसकेआईएमएस) ले जाया गया, जहां उसकी सर्जरी की गई. अस्पताल के सूत्रों ने मीडिया को बताया था कि इंस्पेक्टर के फेफड़े और सिर में गोली लगी थी. बाद में घायल इंस्पेक्टर को एम्स, नई दिल्ली में स्थानांतरित कर दिया गया.

एक बयान के अनुसार, जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक, आर.आर. स्वैन ने इंस्पेक्टर मसरूर अहमद की वीरतापूर्ण क्षति पर शोक व्यक्त किया है, अपने संदेश में, डीजीपी ने कहा है, “पुलिस महानिदेशक के रूप में मैं पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी के दुखद नुकसान पर अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं.”

डीजीपी ने कहा कि आज, हम पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं, जो एक साहसी अधिकारी थे, जिन्होंने आतंकवाद के बढ़ते खतरे के बीच बहादुरी से सेवा की। उनका बलिदान उस कड़वी सच्चाई का प्रतीक है जिसका सामना हमारे जम्मू-कश्मीर पुलिसकर्मी करते हैं, जो हमारे समुदायों को आतंकवाद की छाया से बचाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर वानी का दुखद बलिदान हमें उन भारी चुनौतियों की याद दिलाता है जिनका हमारे कर्मी रोजाना सामना करते हैं, यहां तक कि फुरसत के क्षणों में भी. यह जम्मू-कश्मीर के लोगों की सुरक्षा करते समय हमारे बहादुर कर्मियों द्वारा सामना किए गए खतरों की एक गंभीर याद है.

इस दिल दहला देने वाली क्षति के सामने, हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं इंस्पेक्टर वानी के परिवार, दोस्तों और पूरी पुलिस बिरादरी के साथ हैं. डीजीपी ने कहा कि  हम इस गहन क्षति पर शोक व्यक्त करने और उनकी स्मृति का सम्मान करने के लिए एकजुट हैं.

मसरूर वानी 37 साल के थे. उन्होंने  12 साल से अधिक समय तक जम्मू-कश्मीर पुलिस में सेवा की.  वह उत्तर, दक्षिण और मध्य कश्मीर के विभिन्न जिलों में तैनात रहे.  2021 में शादी इंस्पेक्टर मसरूर की शादी हुई. उनकी पत्नी गर्भवती भी हैं. इंस्पेक्टर मसरूर के  पिता भी जम्मू-कश्मीर पुलिस में सेवा दे चुके हैं.

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वानी ने ”हाल ही में श्रीनगर में आतंकवादियों द्वारा गोलीबारी में घायल होने के बाद बहुत बहादुरी से लड़ाई लड़ी, जब वह अपने पड़ोस में लड़कों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे.” पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने भी परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की.