अमेरिकी सेना में अधिकारी बनी भारत की निकी के चर्चे

632
अमेरिकी सेना की वर्दी में निकी लेगो

भारत में और खासतौर पर सेना में दिलचस्पी लेने वाले या वर्दीधारी संगठनों से जुड़े लोगों के बीच आजकल इस युवती की खूब चर्चा है. पूर्वोत्तर में दूरदराज़ के पहाड़ी इलाके के गाँव में पैदा हुई लेकिन अपनी काबिलियत और मेहनत के बूते दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका की सेना का हिस्सा बन गई. नाम है निकी लेगो.

अमेरिकी सेना की साथियों के साथ निकी लेगो.

अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी सिआंग (East Siang) के येंग गाँव की रहने वाली निकी का पूरा नाम है निकी बेथ लेगो जो होटल में नौकरी करते करते अमेरिका में फौजी बन यूएस आर्मी का हिस्सा बनी. और असल में ये युवती अरुणाचल प्रदेश में कृषि निदेशक अन्नोंग लेगो की बेटी है. निकी की माँ ययिर रिबा लेगो अरुणाचल प्रदेश राज्य में भारतीय जनता पार्टी के महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष हैं. निकी लेगो अमेरिकी सेना में भर्ती तो पिछले साल जून में हुई थी लेकिन चर्चा में तब आई जब उसने फेसबुक (Facebook) पर प्रोफाइल तस्वीर बदली और अमेरिकी सेना (US Army) की वर्दी वाली तस्वीर पोस्ट की.

अरुणाचल प्रदेश का गौरव निकी लेगो.

निकी लेगो ने असल में 5 मार्च को प्रशिक्षण पूरा किया था जो सितम्बर में दक्षिण केरोलिना में शुरू हुआ और नवम्बर में उन्हें ‘सिस्टम मैनेजमेंट एंड इंजीनियरिंग टीम’ में तैनात किया गया. निकी का कहना है कि शायद उन्होंने जब अपनी फोटो फेसबुक पर डाली तो किसी ने उसे शेयर कर डाला होगा इसके बाद ये वायरल हो गया. इसके बाद ही ज़्यादातर लोगों को उसके सेना में भर्ती का पता चला.

निकी मम्मी के साथ.

अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सांसद कांग्रेस नेता निनोंग एरिंग ने निकी लेगो की कहानी शेयर करते हुए उन्हें अरुणाचल के युवाओं की प्रेरणा बताया है.

निकी पापा के साथ

निकी लेगो के मित्र, रिश्तेदार और पहचान वाले उनके बारे में तरह तरह की जानकारियाँ देते हुए सोशल मीडिया पर गर्व महसूस करते हुए बधाइयां दे रहे हैं. ऐसे ही संदेश में बताया गया कि निकी लेगो ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स किया है. उन्होंने नई दिल्ली स्थित आईटीसी शेरटन में रिलेशनशिप मैनेजर का काम किया. पासीघाट स्थित सिआंग मॉडल स्कूल से पढ़ाई के बाद निकी ने शिलोंग के लेडी केन कॉलेज से राजनीति शास्त्र में स्नातक किया था लेकिन इसके बाद दिल्ली आ गई थीं.

निकी

अमेरिकी सेना में प्रशिक्षण और तैनाती के बाद निकी को पहली बार 15 दिन की छुट्टियों में भारत आकर परिवार से मिलना था लेकिन कोरोना वायरस के कारण संभवत: उन्हें अपना प्लान बदलना पड़ा है.