459 जेंटलमैन कैडेटों के लिए आज का दिन इंडियन मिलिट्री अकादमी (IMA) देहरादून में न सिर्फ करियर के लिहाज से बल्कि देशसेवा के जज्बे से सराबोर पल लेकर आया. कदम-कदम बढ़ाए जा, खुशी के गीत गए जा। ये जिंदगी के कौम की, तू कौम पे लुटाए जा…। “विजयी भारत” गीत की धुन पर टेक्निकल ग्रेजुएट और विदेशी जेंटलमैन कैडेटों सहित 144 रेगुलर कोर्स के ये 459 कैडेट आज शनिवार को जब परेड करते हुए ऐतिहासिक चैटवुड बिल्डिंग के समक्ष ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे तो ऐसा नजारा पेश आया जो किसी को भी रोमांचित कर दे. परेड का नेतृत्व कैडेट अली अहमद चौधरी ने किया. यह नजारा भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड (POP) का था.
अंतिम पग भरते ही 382 जांबाज युवा लेफ्टिनेंट के रूप में भारतीय सेना का हिस्सा बन गए. इनके अलावा नौ विभिन्न देशों के 77 कैडेट पास आउट हुए. ये नौ देश भारत के मित्र देश हैं. पासिंग आउट परेड की सलामी दक्षिण पश्चिम कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ (GOC-in-C) चेरिश मैथसन ने ली और नए अफसरों में जोश भरा. उन्होंने युवा जांबाजों को अनुशासन की सीख दी और आह्वान किया कि वह अपना सर्वस्व न्योछावर करने को हमेशा तत्पर रहें. मैथसन ने कहा कि यहाँ से पास आउट होने के बाद 82 साल का आईएमए का गौरवशाली इतिहास भी अब उनसे जुड गया है.
सुबह करीब छह बजकर 40 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ पीओपी का आगाज हुआ. कंपनी सार्जेंट मेजर प्रसून शर्मा, अमन कुंडू, अमरजीत सिंह, वत्सल पांडे, अतुल पाटिल, दीपक कुमार, पुनीत व अंकुश सिंह ने अपनी-अपनी जगह ली. वहीं, एडवांस कॉल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार मजबूत कदमों के साथ परेड के लिए पहुंचे. इसके बाद परेड कमांडर अली अहमद चौधरी ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे. जेंटलमेन कैडेट्स की जोश से भरी परेड से दर्शक दीर्घा में बैठे लोग भी वीरता का यह भाव देखकर गौरवान्वित महसूस कर रहे थे.
रिव्यूइंग ऑफिसर चेरिश मैथसन ने परेड के निरीक्षण के साथ ही सलामी ली. उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर स्वॉर्ड ऑफ ऑनर के साथ ही, गोल्ड, सिलवर, ब्रॉन्ज मेडल, बेस्ट फॉरेन जेंटलमेन कैडेट आदि सम्मान प्रदान किए. जब युवा जांबाज पीओपी में अंतिम पग भर रहे थे तो आसमान से हेलीकॉप्टर उन पर पुष्प वर्षा कर रहे थे. इसके बाद सोमनाथ स्टेडियम में आयोजित पिपिंग सेरेमनी में युवा सैन्य अधिकारियों को देश की एकता और अखंडता की शपथ दिलाई गई. अभिभावकों ने अपने लाडलों के कंधों पर सितारे सजाए तो उनके लिए यह लम्हे खासे भावुक करने वाले थे. इस पल के साक्षी भारतीय सैन्य अकादमी के समादेशक ले. जनरल एसके झा, उपसमादेशक मेजर जनरल जीएस रावत समेत कई सेवारत व सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी भी बने.
इन्हें मिला अवार्ड
अक्षत राज, स्वॉर्ड ऑफ ऑनर
सुरेंद्र सिंह बिष्ट, गोल्ड मेडल
कौशलेस कुमार सिन्हा, सिलवर मेडल
अक्षत राज, ब्रॉन्ज मेडल
करन सिंह, सिलवर मेडल (टेक्निकल ग्रेजुएट)
शिरजाद सरबाज, बेस्ट फॉरेन जेंटलमेन कैडेट
वो राज्य जहाँ से बने नए युवा सैन्य अधिकारी
उत्तरप्रदेश-72, बिहार-46, हरियाणा-40, उत्तराखंड-33, पंजाब-33, महाराष्ट्र-28, राजस्थान-22, हिमाचल प्रदेश-21, दिल्ली-14, मध्य-प्रदेश-11, कर्नाटक-08, जम्मू-कश्मीर-05, पश्चिम बंगाल-05, उड़ीसा-05, झारखंड-04, तेलंगाना-04, आंध्र प्रदेश-04, गुजरात-04, चंडीगढ़-03, केरल-03, मणिपुर-02, तमिलनाडु-02, छत्तीसगढ़-02, असम-02, गोवा-01, नगालैंड-01