भारतीय तटरक्षक दल ने 27 बंगलादेशी मछुआरों को समुद्र में बचाया

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भारतीय तटरक्षक जहाज अमोघ में तैनात दल

भारतीय तटरक्षक (indian coast guard ) ने एक शानदार काम करके सबकी प्रशंसा बटोरी है .  तटरक्षक दल ने तेज़ी से कार्रवाई करते  27 बांग्लादेशी मछुआरों को सुरक्षित बचा लिया . ये सभी समुद्र में मछली पकड़ने वाली अपनी नौका पर फंसे हुए थे.

भारतीय तटरक्षक जहाज अमोघ (amogh ) ने 4 अप्रैल  को भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल – imbl ) पर गश्त के दौरान  मछली पकड़ने वाली एक बंगलादेशी नौका (बीएफबी) सागर II को भारतीय जल क्षेत्र में बहते हुए देखा. वक्त सुबह करीब 11 .30 बजे के आसपास का था.  छानबीन  के लिए भारतीय तटरक्षक बल के जहाज से एक दल को वहां भेजा गया तो  पता चला कि बंगलादेशी इस नाव का स्टीयरिंग गियर पिछले दो दिन से खराब था और  तभी से नाव भारतीय जल सीमा में बह रही थी.  मछली पकड़ने वाली इस नौका पर 27 चालक दल के सदस्य/मछुआरे सवार थे जो  परेशान थे.

मछुआरों की मदद के लिए शाम को पहुंचा बंगलादेश कोस्ट गार्ड का जहाज़ कमरुज्ज़मां

भारतीय तटरक्षक बल ( icg ) की तकनीकी टीम ने बंगलादेशी  नाव की खराबी का पता लगाकर उसे ठीक करने की कोशिश की लेकिन पता चला  नाव का स्टीयरिंग ह्वील पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था . ऐसे में इसकी समुद्र में मरम्मत नहीं की जा सकती थी.  चूंकि समुद्र के हालात और मौसम की स्थिति अनुकूल थी, इसलिए यह निर्णय लिया गया कि  संकटग्रस्त नाव को भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा में खींच लिया जाएगा और फिर उसे आईएमबीएल या बांग्लादेश की सीमा रेखा की तरफ उनके तटरक्षक जहाज अथवा किसी अन्य बांग्लादेशी मछली पकड़ने वाली नाव को सौंप दिया जाएगा. इस तरह के हालात से निपटने के लिए भारतीय तट रक्षक एवं बांग्लादेश तटरक्षक के बीच पूर्व में  समझौता हुआ था .

इस बीच, भारतीय तटरक्षक के कोलकाता स्थित क्षेत्रीय मुख्यालय ने बंगलादेश  तटरक्षक ( bangladesh coast guard ) बल के साथ संवाद स्थापित किया और उन्हें इस घटना तथा आगे की कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी . इस योजना के मुताबिक़  बंगलादेश  तटरक्षक जहाज (बीसीजीएस) कमरुज्जमां को मछली पकड़ने वाली बांग्लादेशी नाव को खींचने के लिए बांग्लादेश तटरक्षक द्वारा तैनात किया गया.  बंगलादेश तटरक्षक बल का जहाज कमरुज्जमां ( kamaruzzama) 4 अप्रैल 2024 को शाम 7 बजे के आसपास  भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास पहुंचा.  भारतीय तटरक्षक के जहाज अमोघ ने 27 बांग्लादेशी मछुआरों को उनकी नाव के साथ बांग्लादेश तटरक्षक बल के जहाज कमरुज्जमां को सौंप दिया.

घटना का ब्यौरा देने  वाली एक सरकारी  प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय तटरक्षक बल द्वारा संचालित किया गया यह ऑपरेशन सभी बाधाओं के बाद भी समुद्र में बहुमूल्य जीवन को सुरक्षित बचाने के प्रति भारत की वचनबद्धता को प्रदर्शित करता है.उम्मीद की गई है कि  इस तरह के सफल खोज एवं बचाव अभियान न केवल क्षेत्रीय एसएआर संरचना को सशक्त करेंगे बल्कि पड़ोसी देशों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को भी बढ़ाएंगे.  यह भारतीय तटरक्षक बल के आदर्श वाक्य “वयम् रक्षामः” के अनुरूप है, जिसका अर्थ है “हम रक्षा करते हैं”.