भारत के सीमावर्ती केंद्र शासित क्षेत्र जम्मू-कश्मीर में स्कूलों के नाम सेना और पुलिस के शहीद अधिकारियों और जवानों के नाम पर रखे जायेंगे. ये उन शहीदों के प्रति सम्मान और श्रद्धांजलि का प्रतीक है जिन्होंने कर्तव्य और देश की खातिर अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया.
जम्मू कश्मीर के सरकारी स्कूलों के नए तरीके से नामकरण के बारे में जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर ने तमाम ज़िलों के उपायुक्तों (डीसी – DC) को इस बारे में लिखे पत्र में आदेश जारी किया है. सरकारी स्कूलों के नाम सेना, केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) समेत पुलिस संगठनों और जम्मू कश्मीर पुलिस के शहीदों के नाम पर रखे जायेंगे. ये पत्र जम्मू, डोडा, रेआसी, पूँछ, राजौरी, कठुआ, साम्बा, रामबन, किश्तवाड़ और ऊधमपुर जिलों के कमिश्नरों को लिखा गया. पत्र में सरकार के निर्णय के हवाले से कहा गया है कि वे अपने अपने ज़िले के उन स्कूलों के बारे में बताएं जिनका शहीदों के नाम पर नामकरण किया जा सके.
जम्मू कश्मीर सरकार ने स्थानीय शासन से ज़िला स्तर पर इसके लिए कमेटी बनाने को कहा है जो इस बारे में जांच परख कर ब्यौरा जमा करेगी. इस कमेटी में भारतीय सेना, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त ज़िला उपायुक्त या पंचायत कमिश्नर आदि के नुमायंदे होंगे. लिस्ट को अंतिम रूप देने के लिए ज़िला स्तर पर सेना के अधिकारी को भी कमेटी में शामिल किया जा सकता है.
पंजाब में भी :
इससे पहले गुरुवार को पंजाब सरकार ने भी राज्य के विभिन्न ज़िलों में से 14 और स्कूलों स्वतंत्रता सेनानियों और जानी मानी शख्सियतों की उपलब्धियों, राष्ट्र के लिए उनके योगदान और बलिदान को सम्मान देने के लिए उनके नाम पर स्कूलों का नामकरण करने का फैसला लिया.