दिल्ली में अलग अलग स्थानों से चल रहे भारतीय थल सेना के तमाम दफ्तरों को अब एक ही जगह से चलाया जाएगा. थल सेना के लिए नए मुख्यालय की इमारत का काम जोरशोर से चल रहा है. उम्मीद की जा रही है कि 2025 तक थल सेना को अपना नया व आधुनिक मुख्यालय मिल जाएगा.
भारतीय थल सेना के नया मुख्यालय ‘थल सेना भवन’ दिल्ली छावनी में मानेक शॉ सेंटर manekshaw centre के सामने बनाया जा रहा है. कुल मिलाकर डेढ़ लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले इस परिसर में मुख्यालय की इमारत में ग्राउंड फ्लोर के अलावा 7 मंजिलें हैं. ‘थल सेना भवन’ का निर्माण जनवरी 2023 में शुरू किया गया और इसे पूरा करने के लिए 27 महीने का लक्ष्य रखा गया है. यानि 2025 में थल सेना मुख्यालय का नया पता होगा – थल सेना भवन, दिल्ली छावनी क्षेत्र. थल सेना भवन के निर्माण में 832 करोड़ रूपये की लागत आएगी.
अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान और भविष्य की ज़रूरतों के मद्देनजर थल सेना के इस मुख्यालय में वो तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी जो आधुनिक दौर की आवश्यक हैं. भूकम्परोधी तकनीक से बनाए जा रहे इस मुख्यालय में केन्द्रीय नियंत्रण कक्ष और आला दर्जे की एकीकृत भवन प्रबन्धन प्रणाली उपलब्ध है.
पार्किंग, डिजिटल सुविधाओं से युक्त कई कान्फ्रेंस हॉल, ब्रीफिंग रूम, आगंतुकों और ड्राइवर्स के लिए अलग से प्रतीक्षालय, अधिकारियों के रहने के लिए एक कक्ष वाला आवास, इंजीनियरिंग सर्विस एरिया, लाइब्रेरी आदि यहां है.
कुल मिलाकर दिल्ली में बन रहा थल सेना भवन उपयुक्त सुरक्षा प्रबंधों व सुविधाओं से लैस सेंट्रली एयर कंडीशंड इमारत है. इसे बनाने में इस बात का ख्याल रखा जा रहा है कि इसमें आवाजाही बहुत सहज रहे और उपलब्ध स्थान का अधिकतम इस्तेमाल हो.